प्रशासनिक लापरवाही से हाल में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट में 11 युवकों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक और लापरवाही सामने आ गई। आबादी के बीच ब्लास्ट किया जा रहा था, लेकिन आसपास रहने वाले घरों, दुकानों, राहगीरों तक को इसकी जानकारी नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि ये तो टेस्टिंग थी, अब लगातार धमाकें होंगे।
रहवासी बोले… तेज धमाका हुआ, सब डर गए
पलाश मार्केट व्यापारी संघ अध्यक्ष त्रिभुवन मिश्रा का कहना है कि दो ब्लॉस्ट हुए। हमें इसकी सूचना नहीं थी। धमाकों से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल। यहां रहवासी अविनाश माली का कहना है कि रहवासी डर गए और घरों से बाहर निकल आए। समझ ही नहीं पाएं विस्फोट कहां हुआ।
सीईओ बोले- अनाउंसमेंट जरूरी
सीईओ स्मार्ट सिटी दीपक सिंह का कहना है कि आगे से ब्लास्टिंग के लिए अनाउंसमेंट की भी व्यवस्था करेंगे। सिटी इंजीनियर स्मार्टसिटी ओपी भारद्वाज का कहना है कि ब्लास्टिंग की अनुमति ली है, लेकिन हम आसपास के लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की व्यवस्था भी कर रहे हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां डायनामाइट के धमाकों से पत्थर तोडऩे का जिम्मा गुजरात की क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी ने सोमवार को डायनामाइट से विस्फोट की टेस्टिंग की थी।
ठेका एजेंसी को दिया नोटिस
बिना किसी पूर्व सूचना के दशहरा मैदान में विस्फोट करने वाली एजेंसी क्यूब कंस्ट्रक्शन को स्मार्टसिटी की और से नोटिस जारी किया गया है। इसमें बिना पूर्व सूचना किए धमाकों पर जवाब मांगा है साथ ही निर्देश दिए हैं कि विस्फोट के पहले पर्याप्त जन जागरूकता करें। विस्फोट स्थल के आसपास वाहन घुमाकर माइक से अनाउंसमेंट करें। आसपास के रास्तों को भी बंद करें।