मालूम हो कि राजधानी में 23 स्थानों पर माइंडटेक कंपनी द्वारा स्मार्ट पार्किंग का दाव कर पार्किंग शुल्क वसूला जाता है। कंपनी ने पार्किंग का संचालन करने की बजाय इसे पेटी कॉन्ट्रेक्ट पर स्थानीय माफियाओं को दिया है। इसके लिए बाकायदा अनुबंध किया गया। इसके बाद पार्किंग टैरिफ में छेड़छाड़ कर पार्किंग चार्ज दोगुना कर दिया गया। टीटी नगर थाने के सामने प्रसाद डेंटल क्लीनिक की लाइन में दोगुना शुल्क वसूलने की शिकायत पर निगम ने ठेका निरस्त किया था। अन्य स्थानों पर मनमानी वसूली जारी है। पार्किंग शाखा उपायुक्त मनोज श्रीवास्तव इस मामले में शिकायत के भरोसे हैं। निगम की टीम जांच तक नहीं कर रही है।
-नेहरू नगर निवासी अविनाश अग्रवाल ने न्यू मार्केट में प्रसाद डेंटल क्लीनिक वाली लाइन में वाहन पार्क किया था। उनसे आधे घंटे के दस रुपए लिए गए, रसीद नहीं दी।
-तुलसी नगर निवासी हरिओम विश्वकर्मा का कहना है कि न्यू मार्केट में शुरुआत से दस रुपए शुल्क लिया जा रहा है। दस नंबर और एमपी नगर में भी इतना ही पार्किंग शुल्क लेते हैं।
-मंगलवारा निवासी आबिद खान ने बताया कि एमपी नगर में बैंक स्ट्रीट पर पार्किंग कर्मचारी से बहस भी हुई, पर उसने बदसलूकी कर दस रुपए ले लिए।
एमपी नगर में कार्रवाई के नाम पर राजेंद्र सिंह और साथियों के नाम पर एफआईआर दर्ज कराई गई। बताया गया कि माइंडटेक कर्मचारियों को पार्किंग शुल्क वसूली से रोका गया। माइंडटेक के स्मार्ट पार्किंग सिस्टम में छेड़छाड़ करके पार्किंग शुल्क तय टैरिफ से दोगुना करने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में एफआईआर की जानी थी।