मुस्तेदी से अपने कर्तव्यों का निर्वाहन
पुलिस विभाग में ऐसे कई पुलिसकर्मी हैं जोकि 50 वर्ष की आयु से अधिक होने के बावजूद 20 से 25 वर्ष की आयु के युवा पुलिकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर करीब 12-12 घण्टे डयूटी कर रहे हैं। भले ही कोरोना पाजीटिव केस का ग्राफ शहर में बढ़ रहा है, लेकिन इनके मनोबल पर संक्रमण का जरा भी भय नहीं दिख रहा। पुलिसकर्मी अब अपनों से दूर रहकर भी कोरोना को हराने की इस जंग में प्रशासन के हर आदेश का पालन करने के लिए खड़े हुए हैं। कई पुलिसकर्मी अपने बीमार परिजनों को छोड़कर भी बड़ी ही मुस्तेदी से अपने कर्तव्यों का निर्वाहन कर रहे हैं।
शासन ने यह बहुत ही अच्छा निर्णय लिया है। जिससे अब हम अपनी और अपनों की स्वास्थ सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हम लोग दिन भर फिल्ड पर डयूटी करने के दौरान रोजाना सैकड़ों लोगों से मिलते हैं। जिस कारण हमें संक्रमण का भय बना रहता है।
आनंद चौहान, आरक्षक, अशोका गार्डन थाना
परिवार से दूर हूं, दिन भर उनकी चिंता रहती है। पर यह सोचकर खुश हूं कि अब मैं कुछ दिन के लिए भले ही अपनों से दूर रहूंगा, लेकिन उनको तो कोरोना के संक्रमण का भय नहीं है। डयूटी पूरी होती ही जरूर परिवार के साथ दर्शन के लिए मंदिर जाऊंगा।
संतोष सिंह, प्रधान आरक्षक, गौतम नगर थाना
जनता की सुरक्षा तो हमारा दायित्व हैं। हमे गर्व है कि हमें इस समय भी लोगों की सुरक्षा में योगदान देने का मौका मिल रहा है। भले ही मैं अब परिजनों से रोज नहीं मिल सकूंगा, लेकिन यह भरोसा है कि अपने ब’चों और समाज के लिए एक बेहतर कल के निर्माण में अपना योगदान दूंगा।
रमेश सिंह, एएसआई, बागसेवनिया थाना