दरअसल, आनंद नगर स्थित आदिवासी आश्रम शाला में एक छात्र की हत्या हो गई थी। जांच में आश्रम में बड़े स्तर पर लापरवाही सामने आए थी। छात्र शिकायत करते थे, लेकिन उनकी शिकायतों को अनसुना कर दिया जाता। आपस में झगड़ों पर ध्यान नहीं देते थे। इसके बाद ही कलेक्टर ने जिले के सभी सरकारी हॉस्टलों की जांच के निर्देश दिए थे। अधिकारियों की तरफ से की गई जांच में सुहाया स्थित हॉस्टल में मुख्य सड़क पर ही लाइट की व्यवस्था नहीं है। रात होते ही अंधेरा छा जाता है। बैरसिया कन्या छात्रावास में बाउंड्रीवॉल छोटी मिली। खाने की क्वालिटी भी घटिया है। बैरसिया के सीनियर उत्कृष्ट हॉस्टल में छत खराब है। नजीराबाद हॉस्टल में पानी की कमी है, छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रुहाना गल्र्स हॉस्टल में छात्रावास की खिड़कियों में जाली नहीं हैं। चौकीदार भी ज्यादातर जगह पर नहीं मिले।