केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान नबीबाग में द्वारा बनाई गई प्रसंस्करण मशीनों का प्रदर्शन किया गया। प्याज भंडारण के लिए बहुत ही कम कीमत में नई तकनीक से विकसित तकनीक भी किसानों के लिये फायदेमंद साबित होगी। उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए बुवाई, पौध रोपाई, निराई गुडाई आदि के लिए हाल ही में विकसित मशीने और तकनीक किसानों के जीवन में चमत्कारिक बदलाव ला सकती है।
जरूरत है किसानों को इन मशीन और तकनीकों को अपनाने में मदद देने की। प्रदेश के किसान परम्परागत मशीनों के स्थान पर उन्नत नई मशीनों को अनुदान सूची में शामिल होने से इनका लाभ उठा सकेंगे। किसानों को सब्जी और फलों की खेती के लिए विकसित नई मशीनों को खरीदने पर अनुदान दिया जाएगा।
सब्जी, मसाले और फलों का प्रसंस्करण किसान खुद करेंगे
राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कृषि अभियांत्रिकी संस्थान के भ्रमण के बाद राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के अन्तर्गत संचालित फल अनुसंधान केन्द्र ईंटखेड़ी का अवलोकन किया। राज्य मंत्री कुशवाह ने केन्द्र में मसाले और फलों की प्रसंस्करण इकाई को देखा। उन्होंने कहा कि प्रसंस्करण की यह छोटी-छोटी इकाइयों का लाभ किसानों को भी मिलेगा। इन इकाइयों को किसान खुद संचालित कर सकता है।
किसान उद्यानिकी फसल को कच्चे उत्पाद को व्यापारियों को कम कीमत पर नहीं बल्कि प्रसंस्करण कर धनिया, हल्दी, मिर्ची, मसाले, टमाटर, आलू आदि का प्रसंस्करण कर तैयार सामग्री सीधे उपभोक्ताओं तक देगा। इसके लिए किसानों को छोटी फुड प्रोसेसिंग इकाई लगाने में और फुड प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण देने में उद्यानिकी विभाग द्वारा योजना बना ली गई है।