किसानों को समझाने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे एसडीएम और एसडीओपी
जाम लगाने की खबर लगते ही एसडीएम और एसडीओपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से बात की। किसानों ने अधिकारियों से मंडी में व्यापारियों द्वारा तीन हजार औसत बिकने वाली धान का भाव कम लगाने, इशारा करके बोली बढ़ाने से रोकने और उपज खरीदी पर 15-15 दिन में भुगतान करने की बात रखी। किसानों का कहना था कि आठ दिन पहले भी उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन के समक्ष अपनी बात रखी थी, लेकिन व्यापारियों के रवैये में कोई परिवर्तन नहीं आया। इस दौरान मौके पर पहुंचे पूर्व मंडी अध्यक्ष नरेन्द्र चौकसे ने किसानों को समझाइस दी, तब जाकर 11.30 बजे शुरू हुआ जाम दोपहर 2.30 बजे खुल सका।
जाम लगाने की खबर लगते ही एसडीएम और एसडीओपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से बात की। किसानों ने अधिकारियों से मंडी में व्यापारियों द्वारा तीन हजार औसत बिकने वाली धान का भाव कम लगाने, इशारा करके बोली बढ़ाने से रोकने और उपज खरीदी पर 15-15 दिन में भुगतान करने की बात रखी। किसानों का कहना था कि आठ दिन पहले भी उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन के समक्ष अपनी बात रखी थी, लेकिन व्यापारियों के रवैये में कोई परिवर्तन नहीं आया। इस दौरान मौके पर पहुंचे पूर्व मंडी अध्यक्ष नरेन्द्र चौकसे ने किसानों को समझाइस दी, तब जाकर 11.30 बजे शुरू हुआ जाम दोपहर 2.30 बजे खुल सका।
जाम में फंसी स्कूल और यात्री बसें
जाम से भोपाल से खण्डवा, बैतूल और पिपरिया रूड की करीब आधा दर्जन बसें फंसी रहीं। औबेदुल्लागंज जाने वाली शिक्षिकाओं ने बताया कि उन्हें स्कूल में बच्चों का एक्जाम लेना था, लेकिन जाम में फंसने से वह आगे नहीं जा सकें। इसके अलावा जाम में स्कूल बसें, मंडीदीप भोपाल चलने वाली यात्री बसों सहित कई वाहन घंटो तक फंसे रहे।
जाम से भोपाल से खण्डवा, बैतूल और पिपरिया रूड की करीब आधा दर्जन बसें फंसी रहीं। औबेदुल्लागंज जाने वाली शिक्षिकाओं ने बताया कि उन्हें स्कूल में बच्चों का एक्जाम लेना था, लेकिन जाम में फंसने से वह आगे नहीं जा सकें। इसके अलावा जाम में स्कूल बसें, मंडीदीप भोपाल चलने वाली यात्री बसों सहित कई वाहन घंटो तक फंसे रहे।
– इस समय प्रदेश की मंडियों में धान के दाम में गिरावट आई है, इसके चलते किसानों को दाम कम लग रहे हैं। जहां तक भुगतान की बात है तो किसी ने भी लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मंडी में कुछ लोग किसानों को बहका रहे हैं, जिससे अव्यवस्था बन जाती है।
जमना गौर, अध्यक्ष मंडी समिति
जमना गौर, अध्यक्ष मंडी समिति
– किसानों की समस्याएं मंडी प्रबंधन के बीच रखकर उनका निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। इसमें प्रमुख रूप से नीलामी के बाद समय पर भुगतान, नीलामी में पारद-र्शिता सहित अन्य मांगे शामिल हैं।
आदित्य शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी गौहरगंज – व्यापारी किसानों की उपज का आपस में सांठगांठ कर औने-पौने दाम लगा रहे थे। इससे नाराज किसानों ने ***** जाम कर दिया।
शिवराज, किसान
शिवराज, किसान