सोशल मीडिया में भी सक्रिय
वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया में भी कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर लगातार अपडेट किया जा रहा है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने 23 जनवरी का पूरा कार्यक्रम शेयर किया है वहीं, दिग्विजय सिंह समेत कई नेताओं ने राजभवन के घेराव में लोगों से शामिल होने की अपील की है।
वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया में भी कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर लगातार अपडेट किया जा रहा है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने 23 जनवरी का पूरा कार्यक्रम शेयर किया है वहीं, दिग्विजय सिंह समेत कई नेताओं ने राजभवन के घेराव में लोगों से शामिल होने की अपील की है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्विटर एकाउंट पर विस्तृत कार्यक्रम बताते हुए लिखा कि मोदी सरकार के तीन काले कृषि कानूनों के विरोध में 23 जनवरी को सुबह 11:30 बजे जवाहर चौक पर इकट्ठा होंगे और वहीं से राजभवन कूच करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अधिक से अधिक संख्या में राजभवन घेराव मे शामिल होने की अपील कांग्रेस नेताओं से की है।
कांग्रेस सूत्रों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा आदि से भीड़ जुटाने के निर्देश जिला अध्यक्षों और पूर्व मंत्रियों को दिये हैं। इन लोगों पर ये जिम्मेदारी भी रहेगी कि लोगों को जहाँ से लाया गया है उन्हें वापस वहाँ छोड़ना भी होगा।
भाजपा का हमला
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर हमला बोला है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस को किसानों की याद तब आती है जब वो विपक्ष में रहती है। सत्ता में आते ही किसान भूल जाते हैं। उन्होंने कहा- हैरानी की बात है कि प्रदेश में किसानों को धोखा देने वाले उन्हें समर्थन की बात करते हैं। कांग्रेस को किसानों की याद विपक्ष में ही आती है। सत्ता में आने पर भूल जाते हैं। किसान इनकी असलियत जान गया है। वो अब कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाला।
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर हमला बोला है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस को किसानों की याद तब आती है जब वो विपक्ष में रहती है। सत्ता में आते ही किसान भूल जाते हैं। उन्होंने कहा- हैरानी की बात है कि प्रदेश में किसानों को धोखा देने वाले उन्हें समर्थन की बात करते हैं। कांग्रेस को किसानों की याद विपक्ष में ही आती है। सत्ता में आने पर भूल जाते हैं। किसान इनकी असलियत जान गया है। वो अब कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाला।