फाइलेरिया को मिलकर करना होगा समाप्त
सामूहिक रूप से कराएंगे दवा का सेवन
भोपाल
Published: February 21, 2022 01:34:28 am
भोपाल. फाइलेरिया रोग के संपूर्ण उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय वाहन जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत अभियान शुरू किया गया है। सोमवार को टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में सामूहिक दवा सेवन (एम.डी.ए) कार्यक्रम शुरू हो रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ. वीरेंद्र कुमार, केन्द्रीय मंत्री सामजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार करेंगे। इसके लिए रविवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य था कि फाइलेरिया रोग की गंभीरता को जन-समुदाय के बीच रखा जाए। जिससे लोग इस गंभीर बीमारी के प्रति सतर्क रहें और समय पर दवा का सेवन कर इसे समाप्त करने में अपनी भूमिका निभाएं।
टीकमगढ़ व निवाड़ी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीके माहौर के अनुसार, फाइलेरिया से उन्मूलन की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, कोविड-19 महामारी के दौरान भी महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों को जारी रखने के महत्व को स्वीकार करते हुए, राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 21 फरवरी से सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है । जिले में इस कार्यक्रम की सफलता के लिए राज्य स्तर से समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है । इस कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सभी सुरक्षा सावधानियों (स्वच्छता, मास्क और शारीरिक दूरी) को ध्यान में रखा जायेगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि जिले के सभी पात्र लाभार्थी, फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने ही करना सुनिश्चित करें । डॉ. माहौर ने यह भी बताया कि ये दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं 7 रक्तचाप, शुगर, अर्थरायीटिस या अन्य सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को भी ये दवाएं खानी हैं । सामान्य लोगों को इन दवाओं के खाने से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं और अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक हैं कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि मौजूद हैं, जो कि दवा खाने के बाद कृमियों के मरने के कारण उत्पन्न होते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के राज्य एनटीडी समन्वयक डॉ. देवेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि फाइलेरिया या हाथीपांव रोग, सार्वजनिक स्वास्थ्य की गंभीर समस्या है। यह रोग मच्छर के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार फाइलेरिया, दुनिया भर में दीर्घकालिक दिव्यांगता के प्रमुख कारणों में से एक है।
जिला मलेरिया अधिकारी हरि मोहन रावत ने बताया कि सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम 21 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित किया जायेगा। इस दौरान कुल 15,79,831 लक्षित लाभार्थियों में 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अतिगंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को उम्र के अनुसार दो फाइलेरिया रोधी दवाओं डी.ई.सी. और अल्बंडाजोल की निर्धारित खुराक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर, अपने सामने मुफ़्त खिलाई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान दवाओं का वितरण बिलकुल नहीं किया जायेगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए रैपिड रेस्पोंस टीम भी तैनात रहेगी।

फाइलेरिया को मिलकर करना होगा समाप्त
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