scriptफिल्म स्त्री बनने के बाद इस जगह को देखने के लिए पहुंचे 50 हजार पर्यटक | Film Stree 50 thousand tourists arrived to visit this place | Patrika News

फिल्म स्त्री बनने के बाद इस जगह को देखने के लिए पहुंचे 50 हजार पर्यटक

locationभोपालPublished: Oct 23, 2019 12:25:36 pm

Submitted by:

Arun Tiwari

स्त्री आने के बाद चंदेरी में ५० हजार पर्यटक आए, सरकार बना रही है प्रदेश की फिल्म पॉलिसी
– पर्यटन विभाग बना रहा है नई पॉलिसी
 
 

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भोपाल। प्रदेश सरकार पर्यटन के प्रचार-प्रसार के लिए फिल्म पॉलिसी बना रही है। इस पॉलिसी का मसौदा पर्यटन विभाग तैयार कर रहा है। फिल्म पॉलिसी बनाने के लिए सरकार इसलिए उत्साहित है क्योंकि स्त्री फिल्म आने के बाद चंदेरी में 50 हजार पर्यटक आए। इस फिल्म में श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव ने काम किया है। यह एक भूत की कहनी है जो चंदेरी में शूट हुई है।


श्रद्धा कपूर बस में बैठकर जब वहां से जाती हैं तो वहां पर चंदेरी का बोर्ड लगा हुआ दिखाया जाता है। नई फिल्म पॉलिसी के जरिए सरकार प्रदेश के पर्यटन स्थलों का प्रचार करेगी। जहां पर शूटिंग होगी उसका नाम फिल्म में दिखाया जाएगा। सरकार को लगता है कि जिस तरह चंदेरी के सिर्फ एक बोर्ड को फिल्म में दिखाने से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ सकते हैं तो फिर पर्यटकों की आवाजाही से महरुम अन्य शहरों में ऐसा क्यों नहीं हो सकता। इसके बदले में सराकर फिल्म निर्माता को कई रियायतें भी देगी। प्रदेश में फिल्म टूरिज्म प्रोत्साहन के लिये विशेष रूप से फिल्म पॉलिसी लायी जा रही है।


इस तरह की होगी फिल्म पॉलिसी :
सरकार को लगता है कि प्रदेश फिल्म शूटिंग के लिए अनुकूल है, यहां पर जंगल हैं, नेशनल पार्क हैं,नदियां,पहाड़ और प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक इमारते हैं। कई फिल्मों की यहां शूटिंग भी हो चुकी है। फिल्म पॉलिसी के तहत सरकार एक कोर्डिनेटर नियुक्त करेगी जो मुख्य सचिव के ऑफिस से संबद्ध होगा।

ये कॉर्डिनेटर फिल्म से जुड़ी आवश्यकताओं और सुविधाओं का इंतजाम करेगा। फिल्म से जुड़ी सारी अनुमतियों की जिम्मेदारी भी इस अधिकारी के हवाले होगी। पर्यटन विभाग अपने लोकेशंस पर फिल्म निर्माताओं को ले जाएगा और नेशनल पार्क,ऐतिहासिक इमारतों में शूटिंग की अनुमति भी तत्काल दिलवाई जाएगी। इसके लिए फिल्म निर्माताओं को परेशान नहीं होना पड़ेगा। करों में रियायतें भी दी जाएंगी। जल्द ही इस फिल्म पॉलिसी के मसौदे को अंतिम रुप दे दिया जाएगा।

लोग जी सकेंगे गांवों की जिंदगी :
पर्यटन विभाग के सर्वे में ये बात सामने आई है कि बड़े शहरों की भाग-दौड़ भरी जिंदगी से उबकर लोग गांवों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। विभाग ग्रामीण पर्यटन की नई योजना बनाई है। इसके लिए अलग-अलग जिलों के 22 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों को ग्रामीण पर्यटन की तरह बनाया जा रहा है।

यहां पर लोग आकर ग्रामीणों का जीवन जी सकते हैं। खपरैल वाले घरों में रहकर गांव वालों की तरह भोजन कर सकेंगे। खेत-खलिहान भी घूमने जा पाएंगे। घरों को कुछ इस तरह बनाया जाएगा जिससे शहरी लोग कुछ दिन यहां आराम से गुजार सकें और ग्रामीण जीवन का आनंद उठा सकें। इसके अलावा पुरातत्व विभाग की ऐतिहासिक इमारतों, डाक बंगलों और विलक्षण शासकीय भवनों को होटल के रूप में विकसित करने पर भी काम जारी है।

हेलीकाप्टर से जा सकते हैं उज्जैन,ओमकारेश्वर :
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों और नेशनल पार्कों में हेलीकाप्टर पहुंच सेवा भी शुरु करने जा रही है। इसके तहत उज्जैन और ओमकारेश्वर का चयन किया गया है। लोग इंदौर आते हैं तो उज्जैन और ओमकारेश्वर भी जाना चाहते हैं लेकिन कम समय होने के कारण वे दोनों स्थानों पर नहीं जा पाते।


हेलीकाप्टर सुविधा मिलने के बाद इन स्थानों पर लोगों की संख्या में इजाफा होगा। वहीं वन अभ्यारण्यों में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए हेलीकाप्टर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। बांधवगढ़,कान्हा किसली, पेंच जैसे नेशनल पार्क में रेल परिवहन भी उपलब्ध नहीं है। इन स्थानों पर भी हेलीकाप्टर सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए निविदाएं भी आमंत्रित की गई है।

मुख्यमंत्री पर्यटन को आर्थिक गतिविधि का बड़ा स्त्रोत मानते हैं। उनके मार्गदर्शन में पर्यटन नीति को सरल, सुगम और सभी संबंधितों के लिये लाभदायक बनाने के उद्देश्य से व्यापक संशोधन किये जा रहे हैं। फिल्म निर्माताओं की प्रदेश में बढ़ती रुचि को देखते हुए फिल्म पॉलिसी बनाई जा रही है। जल पर्यटन, ईको एण्ड एडवेंचर टूरिज्म, हेरिटेज टूरिज्म, वाइल्ड लाइफ रिसोर्स के लिये व्यवस्थाओं को सुगम बनाया गया है।
फैज अहमद किदवई प्रमुख सचिव,पर्यटन

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