scriptफिल्म ‘सुपर 30’ ने बदली बैंक मैनेजर की सोच, रोज जा रहे एक घंटा स्कूल | film 'Super 30' changed the thinking of bank manager | Patrika News

फिल्म ‘सुपर 30’ ने बदली बैंक मैनेजर की सोच, रोज जा रहे एक घंटा स्कूल

locationभोपालPublished: Oct 29, 2021 08:48:02 am

Submitted by:

Subodh Tripathi

कुछ फिल्में ऐसी भी होती है, जिससे लोगों को प्रेरणा मिलती है.

Super 30

Super 30

भोपाल. कुछ फिल्में ऐसी भी होती है, जिससे लोगों को प्रेरणा मिलती है और वे समाजसेवा के क्षेत्र में भी आगे आते हैं। ऐसा ही भोपाल शहर में हुआ है। फिल्म सुपर 30 ने एक बैंक मैनेजर की सोच बदल दी, जिसके बाद वे रोज एक घंटा स्कूल में जाकर बच्चों को गणित और विज्ञान का पाठ पढ़ा रहे हैं। चूंकि इस विद्यालय में इन विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षक की कमी थी, इस कारण बैंक मैनेजर का यह निर्णय विद्यार्थियों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है। उन्होंने कोरोना काल में भी पढ़ाई का यह सिलसिला जारी रखा।

पिछले तीन साल से पढ़ा रहे मैनेजर
अरेरा हिल्स पर अपने ऑफिस जाने वाले अन्य हजारों कर्मचारियों की तरह सरकारी बैंक में मैनेजर उत्कर्ष देवांगन भी सात नम्बर चौराहे से सरोजनी नायडू स्कूल के सामने से गुजरते थे। लेकिन 2019 में एक दिन उत्कर्ष देवांगन समय से पहले घर से निकले और स्कूल में चले गए। प्राचार्य से पूछा, मैं बच्चों को पढ़ाने में क्या मदद कर सकता हूं। प्राचार्य ने कहा विद्यार्थियों को गणित और विज्ञान में मार्गदर्शन की जरूरत है। हमारे पास अंग्रेजी माध्यम से यह विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी है। अगले दिन से देवांगन रोजाना एक घंटे पहले ऑफिस के लिए निकलते और एक घंटे में स्कूल में पढ़ाते है।
कोरोना काल में उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाना जारी रखा। आज उनकी कक्षा में 132 से ज्यादा विद्यार्थी हैं। सुपर 30 फिल्म ने बदल दी सोच सिर्फ ताली नहीं बजानी कुछ करना है। उत्कर्ष बताते हैं, सुपर 30 फिल्म देखकर सभी के साथ मैंने भी ताली बजाई, लेकिन सोचा सिर्फ ताली नहीं बजानी है, जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए कुछ करना भी है। प्राचार्य खांडेकर सर से मुलाकात की, 2019-20 में 9 वीं के विद्यार्थियों को विज्ञान पढ़ाया। सभी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए तो हौसला बढ़ा। फिर 2020-21 में 11 वीं के विद्यार्थियों को गणित पढ़ाया, इस वर्ष 12 वीं के विद्यार्थियों को गणित पढ़ा रहा हूं।
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स्वैच्छिक सेवाओं के लिए हुए सम्मानित
संक्रमण शुरू होने के बाद से ऑनलाइन क्लास लेनी शुरू की, जिसके चलते सरोजनी नायडू की छात्राओं के साथ प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जिलों के विद्यार्थी भी जुड़ गए हैं। स्वैच्छिक सेवाओं के लिए लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त अभय वर्मा ने देवांगन को सम्मानित किया है।
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