ईओडब्ल्यू यह भी छानबीन कर रहा है कि विक्रेता को कहीं नगद में तो और पैसे नहीं दिए गए। ईओडब्ल्यू विक्रेता वेश परिवार की भी पतासाजी कर रहा है, ताकि उनसे भी पूछताछ की जा सके। प्राथमिक जांच पंजीबद्ध करने के बाद अब ईओडब्ल्यू, रतनपुर में ग्वालियर, भितरवार और डबरा के उन लोगों के बारे में पता लगा रहा है कि ये किसान है भी अथवा नहीं? ईओडब्ल्यू को आशंका है कि जिनके नाम से कृषि जमीन खरीदी गई, उनमें से कुछ किसान है तो कुछ के नाम से बेनामी निवेश किया गया है।
अब जिन-जिन के नाम से रतनपुर और कोलार में जमीन खरीदी गई हैं, उनसे भी ईओडब्ल्यू पूछताछ की तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी और मेसर्स सिंप्लेक्स इंफ्रा कंपनी ने मुकेश शर्मा व अन्य लोगों के नाम से खोली गई बोगस कंपनियों में मार्च में पैसे जमा किए गए। वहीं, 24 मई में जमीन की रजिस्ट्रियां तक करवा ली गई। यह पूरी प्रक्रिया महज तीन महीने में पूरी कर ली गई। वहीं, जांच में
डबरा के यूको बैंक व सहकारी बैंक के शाखा और भितरवार के सहकारी बैंक में इन सभी के खाते खोले गए। फिर बोगस कंपनियों के खातों से इन लोगों के खातों में पैसे जमा किए। फिर इन्होंने रतनपुर के वेश परिवार को जमीन खरीदी के बदले में भुगतान किया। ईओडब्ल्यू ने पैसे के इस रोटेशन को जांच में शामिल कर जिनके नाम से जमीन खरीदी गई उनसे पूछताछ की तैयारी कर ली है।
इनके नाम खरीदी गई है जमीन – रामचंद्र आत्मज बालमुकुंद पाराशर को तिरुपति ट्रेडर्स के खाते से 9 लाख आरपी ट्रेडर्स के खाते से 8 लाख और आरआर इंटरप्राइजेस के खाते से 9 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए।
– कमलेश आत्मज राधेलाल चौधरी के खाते में गौरव ट्रेडर्स के खाते से 16 और आरपी ट्रेडर्स के खाते से 9 लाख
– खेमराज जालिम सिंह चौहान के खाते में तिरुपति ट्रेडर्स से 9 और ग्लोबल सप्लायर से 8 लाख ट्रांसफर किए।
– संतोष कुमार शर्मा के खाते में 25 लाख रुपए भेजे गए।
– सुखदेव मलवेंद्र सिंह शर्मा के खाते में आरआर टै्रडर्स से 9 और आरपी ट्रैडर्स से पैसे भेजे गए। – सुरेश चंद्र हरगोविंद सिंह उपाध्याय के खाते में सुमीत इंटरप्राजेस से 9, आरपी ट्रैडर्स से 8 और आरआर इंटरप्राइजेस से 8 लाख रुपए भेजे गए।
– धर्मेंद्र बालकिशन चौधरी के खाते में तिरुपति से 9 और आरपी और आरआर ट्रेडर्स से 8-8 लाख रुपए भेजे गए।
– रामकुमार वासदेव प्रसाद के खाते में तिरुपति से 9 और आरपी और आरआर ट्रेडर्स से 8-8 लाख रुपए भेजे गए।
– वीरेंद्र कुमार शर्मा केशव शर्मा के खाते में तिरुपति से 9 और आरपी और आरआर ट्रेडर्स से 8-8 लाख रुपए भेजे गए।
– संजय साहू रामगोपाल साहू के खाते में तिरुपति व आरआर ट्रेडर्स से 8 और आरपी ट्रेडर्स से 9 लाख भेजे।
– प्रदीप कुमार रमेश चंद्र शर्मा के खाते में सुमीत इंटरप्राइजेस से 9 और आरपी व आरआर ट्रैडर्स से 8-8 लाख भेजे।
– चंद्र कुमार शर्मा पुत्र कृष्ण शर्मा के खाते में सुमीत इंटरप्राइजेस से 9 और आरपी व आरआर ट्रैडर्स से 8-8 लाख भेजे।
– विजय कुमार श्रीवास्तव रामभरोसे लाल श्रीवास्तव के खाते में सुमीत इंटरप्राइजेस से 9 और आरपी व आरआर ट्रैडर्स से 8-8 लाख भेजे।
– रमेश कुमार के खाते में ओम साईनाथ इंटरप्राइजेस के खाते से 16 और आरआर इंटरप्राइजेस के खाते से 9 लाख भेजे गए। – लालता प्रसाद चौधरी आत्मज दयाराम चौधरी को तिरुपति इंटरप्राइजेस के खाते से पैसे ट्रांसफर किए गए।
दो के नाम तीन-तीन, एक के नाम दो रजिस्ट्रियां आरसी पाराशर के नाम 0.1 हेक्टेयर (करीब 25 डेसीमल या 10890 वर्गफीट) की दो रजिस्ट्रियां करवाई गई। वहीं, कमलेश चौधरी और खेमराज सिंह चौहान के नाम 25-25 डेसीमल कृषिभूमि की तीन-तीन रजिस्ट्रियां करवाई गई। अन्य 11 लोगों के नाम 0.1 हेक्टेयर की ही रजिस्ट्रियां करवाई गई। वहीं, मुकेश शर्मा ने भी रतनपुर में जमीन खरीदी है।