रवीन्द्र भवन में भी लग चुकी है भीषण आग: वहीं इस घटना से कुछ माह पहले रवीन्द्र भवन में भीषण आग लग गई थी। जिसके चलते हॉल के पीछे बना ऑडियो कंट्रोल रूम जलकर राख हो गया था। वहीं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण समेत केबल जलने से पूरे हॉल में धुआं भर गया।
रवीन्द्र भवन में करीब 11 दमकल और पानी के टैंकर ढाई घंटे तक आग बुझाने में जुटे रहे थे। वहीं दमकलकर्मियों का अनुमान था कि यह हादसा शॉर्ट सर्किट से हुआ। जानकारी के मुताबिक 22 जून 2017 गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे रवीन्द्र भवन के कर्मचारी आयोजन की तैयारी में जुटे थे। इसी बीच ऑडियो कंट्रोल रूम से कर्मचारियों ने धुआं उठता देखा। पास जाकर देखा तो कंट्रोल रूम में बिछी केबल में आग जल रही थी। इस पर कर्मचारियों ने भवन में लगे आग बुझाने के उपकरणों को तलाशा, लेकिन एक भी चालू नहीं था। देखते ही देखते आग भीषण हो गई, लपटें बालकनी तक आ गईं।
धुआं निकालने कांच तोड़े :
फायर ब्रिगेड कर्मी पंकज खरे ने बताया कि बिजली के तार, फाइबर में आग लगने से हॉल धुएं से भर गया था। खिड़की और गेट के कांच तोड़कर धुंए को बाहर निकाला।
फायर ब्रिगेड कर्मी पंकज खरे ने बताया कि बिजली के तार, फाइबर में आग लगने से हॉल धुएं से भर गया था। खिड़की और गेट के कांच तोड़कर धुंए को बाहर निकाला।
आग बुझाने के नहीं पर्याप्त इंतजाम :
यहां रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। इनमें देशभर की बड़ी प्रतिभाओं के साथ विशिष्ठ लोग शामिल होते हैं। भवन में जो भी अग्नि शामक यंत्र लगे थे, वह बिगड़े हैं। गुरुवार को होने वाले सभी आयोजन स्थगित कर दिए।
यहां रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। इनमें देशभर की बड़ी प्रतिभाओं के साथ विशिष्ठ लोग शामिल होते हैं। भवन में जो भी अग्नि शामक यंत्र लगे थे, वह बिगड़े हैं। गुरुवार को होने वाले सभी आयोजन स्थगित कर दिए।