पुलिस इनसे उनके वर्तमान रोजगार का जरिया, रिश्तेदार, जमानतदार की जानकारी रिकॉर्ड में ले रही है। इसके साथ ही अपराध में सक्रिय बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई व डोजियर भराया जा रहा है। पुलिस ने 11 दिन के अंदर सूची में शामिल करीब 1200 से अधिक बदमाशों से पूछताछ कर चुकी है। इनमें 30 फीसदी बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। ही पूछताछ कर सकेगी।
निष्क्रिय बदमाशों को सूची से किया बाहर
पुलिस की इस सूची में कई ऐसे अपराधियों के नाम भी जुड़ गए थे जो कई सालों से उनकी अपराध में लिप्तता नहीं रही है पड़ताल करने के बाद पुलिस अब इनके नाम सूची से हटा रही है। अब इनसे थाना पुलिस भी बेवजह पूछताछ नहीं करेगी।
पुलिस की इस सूची में कई ऐसे अपराधियों के नाम भी जुड़ गए थे जो कई सालों से उनकी अपराध में लिप्तता नहीं रही है पड़ताल करने के बाद पुलिस अब इनके नाम सूची से हटा रही है। अब इनसे थाना पुलिस भी बेवजह पूछताछ नहीं करेगी।
सूची तैयार करने में एक माह का लगा वक्त
क्राइम ब्रांच एएसपी निश्चिल झारिया ने बताया कि पिछले 10 साल के बीच अपराध करने वाले अपराधियों की सूची तैयार करने में करीब एक महीने से अधिक वक्त लगा।
पुलिस का दावा: अपराधी को पकडऩे में तुरंत होगा फायदा
पुलिस के पास अपराध की श्रेणी के अनुसार बदमाशों की ऐसी सूची पहले नहीं थी। पुलिस का मानना कि सूची से अब अपराधियों को पकडऩे में आसानी होगी। जैसे किसी इलाके में लूट होती है तो पुलिस के पास अब शहरभर के लुटेरों की जानकारी होगी। इससे पुलिस सभी लुटेरों से तुरंत
पुलिस के पास अपराध की श्रेणी के अनुसार बदमाशों की ऐसी सूची पहले नहीं थी। पुलिस का मानना कि सूची से अब अपराधियों को पकडऩे में आसानी होगी। जैसे किसी इलाके में लूट होती है तो पुलिस के पास अब शहरभर के लुटेरों की जानकारी होगी। इससे पुलिस सभी लुटेरों से तुरंत