शहर में स्थित तालाबों में शाहपुरा का पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। इसमें कई कॉलोनियों के सीवेज का पानी मिल रहा है। इसी पानी में यहां मछली पानी में हो रहा है। विगत दो दिनों से अचानक तालाब की कई मछलियां मर गई। ये किनारों पर तैरती नजर आ रही हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज निगम ने बताया कि सोमवार सुबह वे तालाब किनारे पहुंचे सैकड़ों मछलियां तालाब किनारे पर तैरती नजर आईं। इन मरी हुई मछलियों को मछुआरे समेट रहे थे।
पार्क और आसपास पहुंचने वाले सभी लोग ये देख हैरत में पड़ गए। इसका कारण जानने के लिए मछुआरे से भी बात की गई लेकिन वे भी इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं। शाहपुरा तालाब का संरक्षण देख रहे नगर निगम के संतोष गुप्ता से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने इस तरह की जानकारी न होने की बात कही। ऐसा मामला होने पर मामले की जांच कराने की बात कही।
रसायन हो सकता है कारण
पर्यावरणविद् सुभाष सी पांडे ने बताया कि इसके पीछे रसायन कारण हो सकता है। आमतौर पर तालाब में फैल रही घास को हटाने इसका इस्तेमाल होता है। बड़े तालाब में ऐसे हालात कुछ समय बने हैं। ये रसायन मछलियों के मरने के पीछे कारण हो सकता है। इस मामले में जांच जरूरी है। ये स्वास्थ्य के लिए बेहतर हानिकारक है। प्रदूषण नियंत्रण, जिला प्रशासन और नगर निगम को मामले में कार्रवाई करनी चाहिए।