Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बदलने जा रही एमपी के पांच जिलों की सूरत, इस मेगा रोड प्रोजेक्ट से 80 लाख को होगा फायदा

5 District Road Connectivity Will Be Improved: एमपी के पांच जिलों की बदलेगी सूरत, बेहतर होगी रोड कनेक्टिविटी, मुख्यमंत्री ने एक माह में योजना बनाने के दिए थे निर्देश, इस मेगा प्रोजेक्ट से 80 लाख लोगों को मिलेगा फायदा

2 min read
Google source verification
MP news

5 District Road Connectivity Will Be Improved: ग्रेटर भोपाल के लिए पहला कदम उठाया जा रहा है। भोपाल से जुड़े विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम व राजगढ़ से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पीडब्ल्यूडी ने योजना बनाना शुरू कर दी है। अगले एक माह में भोपाल से जुड़े पांच जिलों से रोड नेटवर्क को लेकर सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। पीडब्ल्यूडी इसके लिए कंसल्टेंट तय कर रही है। टीएंडसीपी की ओर से पीडब्ल्यूडी से इसे लेकर जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि हाल में आंबेडकर ब्रिज लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने वृहद राजधानी की बात कही थी। इसके बाद से ही इस पर काम चल रहा था। अब जमीन पर इसे उतारने की योजना तय की जा रही है।

भोपाल का मास्टर प्लान रुकेगा

ग्रेटर भोपाल के प्लान के लिए भोपाल का मास्टर प्लान रोका जाएगा। इसके लिए टीएंडसीपी के अफसरों को शासन की ओर से कहा गया है। अब भोपाल समेत आसपास के पांच जिलों का पूरा क्लस्टर बनाकर विकास की योजना तय होगी। इसमें सीहोर भोपाल से लेकर भोपाल नरसिंहगढ़, ब्यावरा से राजगढ़, भोपाल से नर्मदापुरम, भोपाल से विदिशा व भोपाल से रायसेन तक की अलग प्लानिंग होगी।

ऐसे मिलेगा लाभ

- अभी भोपाल व सीहोर अलग-अलग प्लान बनाते हैं। सीहोर व भोपाल में बड़ा तालाब व इसका कैचमेंट आता है। अलग- अलग होने से संरक्षण पर काम आधा अधूरा होता है, अब पूरा होगा।

-- मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र भोपाल के पास है, लेकिन इसके रायसेन जिले में होने की वजह से भोपाल से इसे लेकर कोई प्लानिंग नहीं की जा सकती। भोपाल के साथ ये वैश्विक नक्शे में भी नजर नहीं आता। वृहद राजधानी में भोपाल के साथ इसके लिए प्लानिंग हो सकती है।

-- भोपाल से लगे होने के बाद भी वैश्विक धरोहरें सांची, भीम बेटिका और अन्य पर भोपाल से काम नहीं हो सकता। अब ये जुड़कर काम करेंगे।

- भोपाल में मेट्रो का नेटवर्क अभी मंडीदीप तक बढ़ाया जा रहा है। आगामी समय में बड़े बजट से भोपाल के 100 किमी दायरे के बाहर भी मेट्रो की आवाजाही आसान हो जाएगी।

…तो फिर 30 लाख नहीं, 80 लाख लोगों की प्लानिंग होगी टाउन

प्लानर सुयश कुलश्रेष्ठ का कहना है कि वृहद राजधानी में 80 लाख लोगों से अधिक की प्लानिंग होगी। प्लानिंग का स्तर और इस पर काम पूरा करने की गति भी बदलेगी। किसी महानगरीय स्वरूप में इसका उल्लेख होगा, ये बेहतर ही है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर होगा तो, भोपाल शहर में आबादी का दबाव भी घटेगा। इसके लिए काम शुरू हुआ, अब तेजी से पूरा कर प्लान बनना चाहिए।

समग्रता के साथ विकास का प्लान तैयार करेंगे

हम विभिन्न एजेंसियों से मिलकर उनके सर्वे का उपयोग करते हैं। कई बार खुद भी सर्वे कराते हैं। भोपाल व आसपास के जिलों व पूरे क्षेत्र का समग्रता के साथ विकास का प्लान तैयार करेंगे। शासन के आदेश के अनुसार ही आगामी प्रक्रिया की जाएगी।

-श्रीकांत बनोठ, संचालक सह आयुक्त टीएंडसीपी

ये भी पढ़ें: जेल जाते-जाते बोला सौरभ- सच सामने आ जाएगा, जमानत अर्जी पर फैसला आज

ये भी पढ़ें: सीएमओ में 8 महीने में फिर हुआ काम का बंटवारा, 19 अफसरों की नई टीम तैयार