आंधी ने खासतौर पर विंध्य और महाकोशल में तबाही मचाई. विंध्य और महाकोशल इलाके में 4 और अशोकनगर में 1 व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही 15 लोग घायल भी हुए हैं। विंध्य महाकोशल में पेड़ गिरने से कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो चुकी है। कई स्थानों पर बिजली के पोल भी गिरे हैं।
महाकोशल-विंध्य के ज्यादातर जिलों में सोमवार को दिनभर तेज धूप खिली रही पर इसके बाद मौसम अचानक बदल गया। शाम को तेज आंधी चली. इससे सतना जिले के ग्राम दधुआ में नीम का पेड़ गिरने से दो बालिकाओं की मौत हो गई। पांच लोग घायल भी हो गए। मृतकों में 18 साल की मनीषा कोले पुत्री बाबूलाल कोल और 15 साल की सीमा कोल पुत्री विनोद कोल हैं. दोनों अमरपाटन सतना निवासी हैं। इसके साथ ही पेड़ की चपेट में आने से 14 वर्षीय विमला रावत, 15 वर्षीय ज्योति रावत, 18 वर्षीय शोभा रावत और 40 वर्षीय महाल दीजी रावत घायल हो गईं। ये सभी गांव में प्याज खोदने के लिए गई थीं तभी आंधी और बारिश से बचने के लिए नीम के पेड़ के नीचे छिप गई थीं।
इसी तरह सतना के ही भैंसाखाना के पास गुड्डा यादव के ऊपर मकान का छज्जा गिरने से उनकी मौत हो गई। उमरिया जिले में शाम छह बजे तक करीब डेढ़ घंटे तेज आंधी चली। इंदवार थाना क्षेत्र के ग्राम सुखदास में आम का पेड़ गिरने से मुन्नी बाई की मौत हो गई। इधर अशोकनगर में त्रयोदशी भोज के दौरान पेड़ गिरने से बुजुर्ग गोपाल सिंह ठाकुर की मौत हो गई। यहां मौजूद आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं।