राज्यपाल ने सभी मोहल्ला और उत्सव समिति के अध्यक्षों से अपील है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में समाज के वंचित वर्ग की सहायता करें। उन्होंने आग्रह किया है कि समर्थ लोग आर्थिक रूप से और भोजन, दवाई आदि प्रदाय में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इस सेवाभावी कार्य से देश और समाज के प्रति वे अपना कर्तव्य पूरा करेंगे। साथ ही, संकट की इस घड़ी में योगदान देने की आत्म-संतुष्टि भी प्राप्त करेंगे।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपफसरों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक गरीब को आगामी तीन माह तक उचित मूल्य राशन नि:शुल्क मिले, चाहे वह उचित मूल्य उपभोक्ता हो अथवा नहीं। बाहर से आए मजदूरों, गरीबों के लिए भी खाद्यान्न की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लॉक डाउन के दौरान आमजन को कोई तकलीफ न हो, इसका पूरा ध्यान प्रशासन रखे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति तथा की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए यह दिए।
ग्वालियर एवं जबलपुर में कोरोना की स्थिति में सुधार –
बैठक में बताया गया कि ग्वालियर में कोरोना का एक मरीज पॉजिटिव था, जो आज ठीक हो गया है। इसी प्रकार, जबलपुर में भी स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है, वहाँ कोरोना वायरस के 6 मरीज अब बिना ऑक्सीजन के सामान्य स्थिति में है। मुख्यमंत्री ने ग्वालियर एवं जबलपुर में कोरोना मरीजों के ठीक हो जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि कोरोना के बचाव एवं इलाज की पुख्ता व्यवस्था प्रदेश में है। इससे लड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
बैठक में बताया गया कि ग्वालियर में कोरोना का एक मरीज पॉजिटिव था, जो आज ठीक हो गया है। इसी प्रकार, जबलपुर में भी स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है, वहाँ कोरोना वायरस के 6 मरीज अब बिना ऑक्सीजन के सामान्य स्थिति में है। मुख्यमंत्री ने ग्वालियर एवं जबलपुर में कोरोना मरीजों के ठीक हो जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि कोरोना के बचाव एवं इलाज की पुख्ता व्यवस्था प्रदेश में है। इससे लड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
पर्याप्त टेस्टिंग एवं पीपीई किट्स – मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग अभी 1600 किट स्टॉक में हैं। यह आगामी 3 दिन में 10,000 किट्स हो जाएंगी। पुणे की एक कंपनी को एक लाख किट्स का ऑर्डर दिया गया है। वर्तमान में टेस्टिंग के लिए लैब की क्षमता 280 है, जिसे शीघ्र बढ़ाया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाने वाली पीपी किट्स वर्तमान में 1761 स्टॉक में है, आज 5000 और जाएंगी तथा अगले 1 सप्ताह तक 5000 किट्स रोज आती जाएंगी। इलाज के लिए साढ़े सात लाख हाइड्रोक्लोरोक्विन टेबलेट स्टॉक में हैं। अगले 3 दिन में 15 से 20 लाख हो जाएंगी।
इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्था – कोरोना के इलाज के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर में 110 बैड तैयार हैं। इसी प्रकार, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज उज्जैन, मेडिकल कॉलेज जबलपुर, रीवा, सागर आदि संभागों में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं। इसके अलावा, निजी चिकित्सालय में भी आवश्यकता अनुसार कोरोना के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी।