स्ट्रीट डॉग्स और कैट के एडॉप्शन में मिलेगी मदद
न्यूट्रिशियनिस्ट दिव्या राय ने बताया कि दिल्ली विवि में इकॉनोमिक्स की पढ़ाई कर रही कनिका सोनी और एमबीबीएस लास्ट ईयर स्टूडेंट दीया श्रोतिया ने मिलकर इस इवेंट को ऑर्गनाइज किया था। हमारी टीम भोपालाइट्स को फिटनेस के प्रति अवेयर करने के लिए रन कराते हैं। इस इवेंट के माध्यम से जो फंडिंग एकत्रित हुई है, उसका उपयोग स्ट्रीट डॉग्स और टैक के केयर और एडॉप्शन पर खर्च किया जाएगा।
24 घंटे एसी में रहता है सायबेरियन हस्की
डॉग ऑनर शिवानी पाठक ने बताया कि मैं इंफोसिस में जॉब करती हूं, इन दिनों वर्क फ्रॉम होम कर रही हूं। मेरे पास सायबेरियन हस्की ब्रीड का डॉग है। रूस के साइबेरिया क्षेत्र में इसका इस्तेमाल स्लेज डॉग के रूप में किया जाता है। इसके लिए हमने घर में सोलर पैनल लगावाया है क्योंकि इसे 24 घंटे एसी में रखना पड़ता है। ये काफी अच्छे रनर होते हैं। इसे वॉक कराते समय साइकिल से चलना पड़ता है।
डॉग ऑनर माधुरी आहूजा ने बताया कि मैं दुबई से बिजनेस के सिलसिल में भोपाल शिफ्ट हुई हूं। मेरे पास सायबेरियन हस्की और पग की क्रॉस ब्रीड है, जिसे बगस्की कहा जाता है। ये इंडिया में नहीं पाई जाती। मैंने इसे यूएई से एडॉप्ट किया है। मेरे पास ऐसे दो डॉग हैं। क्रॉस बि्रड होने के कारण ये हर तरह के मौसम में खुद को ढाल लेते हैं। वहीं, कशिश मितवानी ने बताया कि मेरे पास गोल्डन रिट्रीवर ब्रीड का डॉग है, ये स्कॉटिश नस्ल का डॉग है। ये काफी फैमिलय ब्रीड होती है। आमतौर पर ये गुस्सा नहीं करते। ये काफी बुद्धिमान होते हैं।