ये सुभाष नगर विश्रामघाट केे पास समिति ने इसकी व्यवस्था की है। समाज सेवा की दिशा में कदम उठाते हुए समिति ही इसका पूरा खर्च उठा रही है। इसके संयोजक आए गुप्ता के मुताबिक तीन साल पहले इसकी शुरुआत की गई थी। यहां आकर कोई भी अपने पुरखों का तर्पण और पिण्डदान कर सकता है।
तीन सालों में दो सौ से ज्यादा का तर्पण और पिण्डदान
यज्ञ सहित सभी इंतजाम समिति की ओर से हैं। यहां आने वालों को कोई राशि खर्च करने की जरूरत नहीं है। ये 25 सितम्बर से 09 अक्टूबर तक चलेगा। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक यहां यज्ञ कराया जाता है। इन्होंने बताया कि पिछले वर्ष यहां करीब 60 लोग पहुंचे थे।
दूसरे शहर से भी आ रहे लोग
समिति के शोभराज सुखवानी के मुताबिक राजधानी में ये अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। यहां वे लोग भी आते हैं जो दूसरे शहरों के हैं। इनके दिवंगतों का तर्पण और पिण्डदान भी समिति कराती है। इस बार यहां 02 अक्टूबर से 09 अक्टूबर तक भागवत कथा का आयेाजन कराया जाएगा।
यज्ञ सहित सभी इंतजाम कराती है समिति
तीन साल पहले समिति ने इसकी शुरुआत की थी। इस दौरान करीब दो सौ दिवंगतों के तर्पण और पिण्डदान समिति के जरिए कराए जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर के परिजन ऐसे परिवारों से थे जो आर्थिक रूप से बेहतर कमजोर थे।
कब से कब तक
– 25 सितम्बर से प्रारंभ
– 09 अक्टूबर तक