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बाघों के लिए दो जंगलों के बीच बनेंगे अभयारण्य, रातापानी व फेन अभयारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने के प्रयास

locationभोपालPublished: Nov 28, 2019 09:09:05 pm

बाघों के रहवास-विकास के लिए प्रदेश में वन विभाग की नई कवायद

Forest department will create new sanctuary for tiger conservation

Forest department will create new sanctuary for tiger conservation

भोपाल. टाइगर स्टेट का तमगा हासिल कर चुके प्रदेश में अब बाघों के रहवास व विकास के लिए और बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसके तहत धार, बुरहानपुर, हरदा, इंदौर, नरसिंहपुर, सागर, सीहोर, श्योपुर, मण्डला और ओंकारेश्वर में अभयारण्य विकसित किए जाएंगे। वन विभाग का मानना है कि इन अभयारण्यों से बाघों के लिए एक सुरक्षित कॉरिडोर बन सकेगा। यह अभयारण्य दो जंगलों के बीच ऐसे स्थान पर विकसित होंगे, जहां हरियाली और गांव नहीं हैं। साथ ही जैव-विविधता विकास की संभावनाएं हैं। वहीं, ओंकारेश्वर में एक नए राष्ट्रीय उद्यान के साथ रातापानी और फेन अभयारण्यों को टाइगर रिजर्व घोषित कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दरअसल, प्रदेश ने 2011 में प्रतिष्ठित ‘टाइगर स्टेट’ का दर्जा खो दिया था और कर्नाटक पहले स्थान पर आ गया था, लेकिन बाघ गणना-2018 में प्रदेश को 526 बाघों के साथ एक बार फिर देश में पहला स्थान मिला है। इस उपलब्धि में पन्ना टाइगर रिजर्व का विशेष योगदान है। 2009 में बाघविहीन हो चुके इस रिजर्व में अब करीब 50 बाघ हैं। दो दिन पहले भी यहां बाघिन टी-2 ने शावकों को जन्म दिया है। हालांकि अभी शावकों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी है। बाघों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ही वन विभाग यह पूरी कवायद कर रहा है। अब दो जंगलों के बीच अभयारण्य विकसित होने से बाघों को विचरण के लिए लंबा कॉरिडोर मिलेगा।

प्रदेश के तीन राष्ट्रीय उद्यान अव्वल
राष्ट्रीय उद्यानों के प्रबंधन मूल्यांकन में भी प्रदेश के तीन राष्ट्रीय उद्यान पेंच, कान्हा और सतपुड़ा को पहला स्थान मिला है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने भी एक मार्च, 2019 को पर्यटन स्थलों पर उपलब्ध सुविधाओं एवं सेवाओं के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को मोस्ट टूरिस्ट फ्रेण्डली नेशनल पार्क/सेंचुरी अवार्ड से नवाजा है।

33 जिलों में 8 हजार गिद्ध
इधर, पूरे प्रदेश में जनवरी 2019 में की गई गिद्धों की गणना में 33 जिलों में 1275 जगहों पर 7900 गिद्ध पाए गए हैं। 2016 में की गई गणना में 900 स्थानों पर करीब 7 हजार गिद्ध मिले थे।

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