जेसीबी से खुदाई, भुगतान मानव दिवस से
पौधरोपण के लिए एक करोड़ रुपए की खुदाई जेसीबी से कराई गई। इसमें भुगतान मशीन के हिसाब से ठेकेदारों को करना था, लेकिन अफसरों ने इसका भुगतान मानव दिवस के हिसाब से ठेकेदारों को किया। अगर मशीन के हिसाब से किया जाता तो इसकी लागत दरें कम आतीं। इससे ठेकेदारों को 65.76 लाख रुपए का अधिक भुगतान किया गया। एक क्षेत्र में पौधरोपण के लिए दो लाख रुपए से अधिक राशि मजदूरों के नाम पर भुगतान करना बताया गया था, लेकिन पांच मजदूरों को एक ही दिनांक को दो बार कार्य बताया गया था। जबकि दूसरी जगह पर 118 मजदूरों की मजदूरी 46 लाख रुपए से अधिक राशि का भुगतान 58 मजदूरों को किया गया।
रोड साइड पर पौधरोपण भी असफल
नेशनल हाइवे के रोड के दोनों तरफ पौधरोपण करने का काम दिया था। इसके लिए विभाग को चार करोड़ रुपए अधिक दिए थे। इस राशि से 40 हजार से अधिक पौधे लगाए जाने थे और उनकी देखभाल करनी थी। जांच में यह पाया गया कि 22 हजार पौधे ही मौजूदा स्थान पर हरे-भरे थे बांकी सभी पौधे मृत हो चुके थे।
लिपिकीय त्रुटि के चलते मोपेड का नम्बर लिखा गया था। उसे ठीक कर लिया गया है। हां, यह बात जरूर है खाद-मिट्टी खरीदी में नियमों का पालन नहीं किया गया है, लेकिन भुगतान बिल व्हाउचर के अनुसार ही किया गया है।
वेणी प्रसाद दौतानिया
डीएफओ, उत्तर सागर
- एकदम से मुझे यह मामला याद नहीं आ रहा है। ऑडिट की आपत्ति पर संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा गया होगा। अधिकारी अगर उचित जवाब नहीं देते हैं तो उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
रमेश कुमार गुप्ता,
वन बल प्रमुख