इस संबंध में पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय में पूछताछ के लिए बुलाकर नरेंद्र मोदी सरकार सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक हमले का कार्य कर रही है। एक वह समय था, जब अटल बिहारी बाजपेई अस्वस्थ होते थे तो राजीव गांधी उनके लिए सम्मानजनक व्यवस्था करके विदेश में उपचार का प्रबंध करते थे और एक ये समय है, जब सरकार विपक्ष के प्रमुख नेता को झूठे मामलों में फंसाकर प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ये सार्वभौमिक सत्य है कि, समय बदलता है और संघर्ष की आंच में तप कर सत्य और निखरता है। पूरा देश राहुल जी के साथ है।’
इंदौर में कांग्रेस ने ईडी को बताया भाजपा का तोता
इससे पहले सोमवार को इंदौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी द्वारा की जा रही राहुल गांधी से पूछताछ के मामले को लेकर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की फोटो के पास पिंजरे में एक तोता रख कर राहुल गांधी को ईडी के नोटिस का विरोध जताया। इस दौरान कांग्रेसियों ने ईडी को बीजेपी का सरकार का तोता तक कह डाला। प्रदर्शनकारियों ने ईडी पर मोदी सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
यह भी पढ़ें- राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस में प्रदर्शन शुरु, ED को बताया बीजेपी का तोता
कल हो चुकी है 10 गंटे पूछताछ, आज फिर ईडी ने राहुल को बुलाया
आपको बता दें कि, सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘नेशनल हेराल्ड’ केस के मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से 10 घंटे से ज्यादा पूछताछ की है। यही नहीं, जानकारी ये भी है कि, आगामी पूछताछ के लिए जांच एजेंसी की ओर से राहुल गांधी को मंगलवार यानी आज फिर बुलाया है। यही नहीं ईडी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पूछताछ का समन भेजा है। हालांकि, इन दिनों उनके अस्वस्थ होने के चलते उन्होंने पेशी से 3 हफ्ते की छूट मांगी है। कांग्रेस के दोनों नेताओं से ईडी द्वारा की जाने वाली इस कार्रवाई को कांग्रेस राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रही है। देशभर में जगह जगह इसे लेकर प्रदर्शन चल रहा है।