मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें भोपाल के निजी अस्पताल ले जाया गया है। वे भाजपा के पूर्व सांसद हैं। बीमारी की वजह से वे पहले भी दो बार अस्पताल में भर्ती रह चुके हैं। दो साल पहले भी उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें हेलीकॉप्टर से दिल्ली के मेदांता अस्पताल ले जाया गया था।
कैलाश नारायण सारंग के बारे में
-कैलाश नारायण सारंग मीसाबंदी भी रह चुके हैं।
-नरेंद्र मोदी पर ‘नरेंद्र से नरेंद्र’ शीर्षक से किताब लिख चुके हैं कैलाश सारंग।
-वर्तमान में सारंग को मध्य प्रदेश में शिवराज खेमे का भरोसेमंद नेता माना जाता है।
-अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भारतीय जनसंघ में काफी काम किया।
-1970 में कैलाश नारायण सबसे सक्रिय नेता माने जाते थे।
-भोपाल स्थित सोमवारा में जनसंघ के प्रांतीय कार्यालय में ही कुशाभाऊ ठाकरे के साथ सपरिवार रहते थे।
भोपाल की राजनीति में दो परिवार थे अहम
भोपाल की राजनीति को जानने वाले पुराने लोग बताते हैं कि यहां की सियासत में दो ही घराने अहम रोल निभाते थे। एक गौर घराना, दूसरा सारंग घराना। सारंग और गौर ने भोपाल में कई कीर्तिमान रचे। भाजपा को मजबूत करने में यह दोनों ही दिग्गजों का बड़ा योगदान माना जाता है।
कायस्थ महासभा के भी रहे अध्यक्ष
कैलाश सारंग कायस्थ महासभा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। पिछले साल ही उनके जीवन पर केंद्रित एक मोटिवेशनल फिल्म बनाने का निर्णय लिया गया था। इस फिल्म के लेखक, निर्देशन पंकज श्रीवास्तव विद्यापुत्र कर रहे हैं। निर्देशक के मुताबिक मध्यप्रदेश में भाजपा के संस्थापक सदस्य रहे कैलाश सारंग के जीवन के उतार-चढ़ाव बताया जाएगा। उनके जरिए राजनैतिक और सामाजिक कार्यों को दिखाकर नई पीढ़ी को प्रेरणा दी जाएगी।