वहीं इसी बीच कमलनाथ ने वोटर लिस्ट में अपने नाम के होने पर संदेह जताते हुए, एक बार फिर प्रदेश में वोटर लिस्ट गड़बड़ी के मामले को गर्मा दिया है। ये है मामला…
दरअसल इस बार टीकमगढ़ विधानसभा की संशोधित वोटर सूची से पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला व उनके परिवार का नाम गायब होने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही और भी कई कांग्रेस पदाधिकारियों के नाम यहां गायब मिले। इस संबंध में कांग्रेस चुनाव आयोग से भी शिकायत करने की तैयारी कर रही है।
दरअसल इस बार टीकमगढ़ विधानसभा की संशोधित वोटर सूची से पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला व उनके परिवार का नाम गायब होने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही और भी कई कांग्रेस पदाधिकारियों के नाम यहां गायब मिले। इस संबंध में कांग्रेस चुनाव आयोग से भी शिकायत करने की तैयारी कर रही है।
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इस परद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया है, वहीं उन्होंने यह कहते हुए लोगों को चौंका दिया है कि मैं भी चेक करवा रहा हूं, कहीं मेरा नाम भी मतदाता सूची से गायब तो नहीं कर दिया हैं।
इस परद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया है, वहीं उन्होंने यह कहते हुए लोगों को चौंका दिया है कि मैं भी चेक करवा रहा हूं, कहीं मेरा नाम भी मतदाता सूची से गायब तो नहीं कर दिया हैं।
ये भी बोले:
वहीं इस दौरान उन्होंने सोयाबीन निर्यात पर बीजेपी सरकार की मंशा पर निशाना साधते हुए कहा सीएम वादा कर रहे हैं कि सोयाबीन चीन एक्सपोर्ट करेंगे, जबकि वहां जिस सरकारी दल को भेजना था उसे वीजा ही नहीं मिला।
वहीं इस दौरान उन्होंने सोयाबीन निर्यात पर बीजेपी सरकार की मंशा पर निशाना साधते हुए कहा सीएम वादा कर रहे हैं कि सोयाबीन चीन एक्सपोर्ट करेंगे, जबकि वहां जिस सरकारी दल को भेजना था उसे वीजा ही नहीं मिला।
इसके अलावा वोटर लिस्ट के मामले में कमलनाथ ने कहा कि चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर हथकंडे अपना रही है, वोटर लिस्ट से पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह का नाम गायब होने पर उन्होंने कहा है कि ये बीजेपी की साज़िश है, ताकि ऐन वक्त पर प्रत्याशी फॉर्म न भर सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा मैं भी चेक करवा रहा हूं, कहीं मेरा नाम भी मतदाता सूची से गायब तो नहीं कर दिया हैं।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले जानबुझकर इस तरह की साजिश की जा रही है। ऐसे सामने आया मामला…
जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह के घर रविवार को संसोधित मतदाता सूची चेक की जा रही थी, तब उन्हें उनका और उनके परिवार का नाम ही नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह के घर रविवार को संसोधित मतदाता सूची चेक की जा रही थी, तब उन्हें उनका और उनके परिवार का नाम ही नहीं मिला।
बुंदेला के अनुसार वार्ड नंबर 3 की वोटर सूची में 800 नंबर पर मेरा नाम दर्ज था 10 दिन पहले संशोधित वोटर सूची में भी मेरा नाम था। इसके बाद आज नई सूची देखने पर उसमें मेरा नाम नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि षड्यंत्र पूर्वक परिवार का नाम काटा गया है। जिसकी शिकायत वे कलेक्टर से करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही और भी कई कांग्रेस पदाधिकारियों के नाम सूची से गायब मिले हैं। इस संबंध में चुनाव आयोग से भी शिकायत की जाएगी।
इधर, कांग्रेस का सारंग पर बड़ा आरोप…
वहीं दूसरी तरफ एक अन्य मामले में मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा राज्यमंत्री विश्वास सारंग पर तीखा आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करवाई है। कांग्रेस का ये भी आरोप है कि मध्यप्रदेश के नरेला विधानसभा में करीब 1 लाख वोटर फर्जी है।
वहीं दूसरी तरफ एक अन्य मामले में मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा राज्यमंत्री विश्वास सारंग पर तीखा आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करवाई है। कांग्रेस का ये भी आरोप है कि मध्यप्रदेश के नरेला विधानसभा में करीब 1 लाख वोटर फर्जी है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर पहले भी शिकायत कर चुका है। इसके पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी गंभीरता दिखते हुए दिल्ली में चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी।
जिसके बाद प्रदेश के लाखों फर्जी वोटरों को निरस्त किया गया था। अब कांग्रेस ने सोमवार को एक बार फिर विधानसभा चुनाव 2018 से पहले मतदाता सूची को सही कराने की मांग की है।
चुनाव आयोग भरवाएगा घोषणा-पत्र…
बताया जाता है कि इससे पहले हुए मतदाता सूची में गड़बड़ी मामले को लेकर आयोग ने सख्त निदेश देते हुए कहा था कि वोटर सूची में गड़बड़ी पायी गयी तो इसके सीधे जिम्मेदार कलेक्टर होंगे।
बताया जाता है कि इससे पहले हुए मतदाता सूची में गड़बड़ी मामले को लेकर आयोग ने सख्त निदेश देते हुए कहा था कि वोटर सूची में गड़बड़ी पायी गयी तो इसके सीधे जिम्मेदार कलेक्टर होंगे।
उन पर गाज भी गिर सकती है। चुनाव आयोग जवाबदेही तय करने के लिए कलेक्टरों से घोषणा-पत्र भरवाएगा। साथ ही उन्हें यह रिपोर्ट देनी होगी कि कितने मतदान केंद्रों की मतदाता सूची की रेंडम चेकिंग की गई है।