पूर्व मंत्रियों को डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी
भोपालPublished: Sep 24, 2020 06:24:21 pm
नाराज नेताओं से मिलेंगे कमलनाथ
उपचुनाव की रणनीति
भोपाल : प्रदेश कांग्रेस के मुखिया कमलनाथ ने अब चुनाव प्रचार,प्रबंधन के बाद समन्वय की कमान भी अपने हाथों में ले ली है। उम्मीदवारों की पहली सूची आने के बाद सामने आई स्थानीय नेताओं की नाराजगी ने कांग्रेस को और सतर्क कर दिया है। नेताओं की नाराजगी दूर करने और असंतुष्टों को संतुष्ट करने का जिम्मा कमलनाथ ने विधानसभा प्रभारी पूर्व मंत्रियों को दे दिया है। कमलनाथ खुद भी चुनाव प्रचार के दौरान अलग-अलग सीटों पर नाराज नेताओं से मिलेंगे। कमलनाथ अपने निवास पर भी उपचुनाव वाली विधानसभा सीटों के स्थानीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
इनको सौंपा जिम्मा :
कमलनाथ ने ग्वालियर-चंबल में नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह,लाखन सिंह और रामनिवास रावत को सौंपी है। मालवा का जिम्मा पूर्व मंत्री स”ान सिंह वर्मा,जीतू पटवारी और जयवद्र्धन सिंह को दिया गया है। निमाड़ में पूर्व मंत्री सचिन यादव और उनके भाई पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव असंतुष्टों से संपर्क कर रहे हैं। भोपाल आने वाले नेताओं से मिलने की जिम्मेदारी पूर्व स्पीकर एनपी प्रजापति को दी गई है। अभी कुछ नेता अस्वस्थ हैं उनके स्वस्थ्य होने के बाद वे इन जिम्मेदारी को निभाएंगे।
पूर्व विधायक-सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को सौंपा जाएगा काम :
समन्वय की जिम्मेदारी निभा रहे कमलनाथ ने ये स्पष्ट कर दिया है कि इन उपचुनावों में हर कार्यकर्ता को काम दिया जाएगा। इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व जिला-जनपद अध्यक्षों को भी आवश्यकता और उपयोगिता के आधार पर काम सौंपा जाएगा। स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। विधानसभा प्रभारियों से भी कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थानीय वरिष्ठ नेताओं से राय-मशवरा कर चुनाव की रणनीति बनाएं। बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से खुद कमलनाथ मिलेंगे। कमलनाथ प्रचार के दौरान मंडलम,सेक्टर और बूथ के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे।