प्रोसेस शुल्क का नाम देकर ये पैसा कंपनी ने अपने खाते में जमा कर लिया। लगभग 200 लोगों से लगभग 2 करोड़ की ठगी करने के बाद कंपनी का संचालक रितेश गुप्ता उसका साथी बालादीन रजत एवं अन्य कर्मचारी फरार हो गए हैं।
यह भी पढ़ें- ज्यादा बिजली बिल से है परेशान तो कर लें ये समाधान, 350 यूनिट तक नहीं आएगा बिल, सब्सिडी भी मिलेगी
ऐसे सामने आया मामला
एमपी नगर में कोचिंग चलाने वाले शैलेंद्र रावत ने इस मामले की रिपोर्ट बाग सेवनिया थाने में दर्ज कराई है। आरोपी रितेश गुप्ता एवं उसके साथी बाग मुगलिया स्थित मार्केट के एक छोटे से कमरे में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को लोन दिलाने का झांसा देते थे। पुलिस में कंपनी के कार्यालय से दस्तावेज बरामद किए हैं। शिकायत कर्ता चूना भट्टी में रहने वाले शैलेंद्र रावत ने पुलिस को बताया कि, वो एमपी नगर में कोचिंग क्लासेज चलाते हैं। 23 नवंबर को आशीष मिश्रा नाम का एक व्यक्ति उनकी कोचिंग में आया था। खुद को ओईएस फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का सेल्समैन बताकर युवक में लोन दिलाने का झांसा दिया था।
शिकायत कर्ता ने बताया कि, द्रोपति देव मार्केट बाग मुगलिया 80 फीट रोड पर स्थित कार्यालय का उन्होंने विजिट भी किया था। उन्हें बताया गया था कि, कंपनी 3 साल से भोपाल में चल रही है और लोगों को लोन दिलाने में सहायता करती है।
यह भी पढ़ें- यंग और सेहतमंद हैं तब भी बढ़ता है हॉर्ट अटैक का खतरा, आज ही इन चीजों से कर लें तौबा
पैसे लेकर चंपत हो गए
आवेदक ने बताया कि, उन्हें 15 करोड़ लोन दिलाने का झांसा दिया गया था। लोन स्वीकृत कराने के लिए अलग-अलग किस्तों में लगभग 5.75 लाख रुपए कंपनी के संचालक रितेश गुप्ता ने ले लिए थे। इसके अलावा कुछ खाली चेक भी जमा करवाए गए थे। 13 दिसंबर को लोन दिलाने का वायदा किया गया था, लेकिन जब लोन नहीं मिला तो उन्होंने कंपनी के संचालक को फोन लगाया, फोन नंबर बंद आ रहा था। जब कंपनी के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। कई दिनों से तलाश करने के बाद जब असफलता हाथ लगी तो थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
यहां पेट्रोल में मिलाया जा रहा था केरोसिन, प्रशासन ने कांग्रेस नेता के खिलाफ दर्ज कराई FIR, देखें Video