ये है मामला…
शहर में कारों की बिक्री के लिए मशहूर शोरूम संचालक ने पिछले वर्ष माय बाइक के नाम से बाइक्स की बिक्री के लिए शोरूम खोला था। समय पर माल की डिलेवरी नहीं आने पर कंपनी ने शहर के एक प्रतिष्ठित ऑटो मोबाइल शोरूम से करीब 77 लाख कीमत की बाइक लेकर उनकी ब्रिकी करना शुरू कर दी।
लेकिन बाइक के एवज में दोपहिया वाहन के संचालक के करीब 34 लाख रुपए का भुगतान करने से मना कर दिया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपित फर्म के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कर लिया है।
ऐशबाग पुलिस के मुताबिक माय कार कंपनी का दफ्तर मालवीय नगर में है। इस फर्म ने गत वर्ष माय बाइक के नाम से बाइक बेचने का भी काम शुरू किया है। जून-17 में कोहेफिजा क्षेत्र में शोरूम खोला गया है। शोरूम खुलने के बाद उन्हें बाइक की डिलेवरी मिलने में देर हो रही थी। जिसके चलते माय बाइक शोरूम के संचालक सौरभ गर्ग ने रायसेन रोड स्थित प्रभात पेट्रोल पंप के पास स्थित वरेण्यम मोटर्स से 76 लाख 84 हजार रुपए कीमत की 157 बाइक खरीदने का करार किया। बाइक के एवज में राशि का भुगतान करने की समय सीमा भी तय की गई।
इसके बाद माय बाइक फर्म की तरफ इसमें से 41 लाख 95 हजार 686 भुगतान किया गया। लेकिन शेष करीब 34 लाख रुपए का भुगतान करने में माय बाइक फर्म संचालक ने आनाकानी करना शुरू कर दी। अंततः वरेण्यम शोरूम के संचालक विशाल जौहरी ने मामले की शिकायत पुलिस में कर दी। जांच के बाद माय बाइक फर्म के संचालक सौरभ गर्ग के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कर लिया गया है।