पुलिस के मुताबिक बीडीए कॉम्प्लेक्स, माता मंदिर निवासी 24 वर्षीय विनेका पंथी वल्लभ भवन में खनिज संसाधन विभाग में स्टेनो हैं। 20 नवंबर को वह अपने घर शिवपुरी जाने के लिए निकलीं। इस दौरान उनके नंबर पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को गूगल-पे एप्लीकेशन का प्रतिनिधि बताया। उसने कहा कि आपके गूगल-पे पर अतिरिक्त सेवाएं एक्टीवेट हो गई हैं। इन सेवाओं के लिए आपको चार्ज देना होगा। विनेका जालसाज की बातों में आकर सेवाएं डिएक्टीवेट कराने के लिए एसबीआई खाते की डिटेल दे दी। इतना ही नहीं बातों ही बातों में उन्होंने मोबाइल पर आया ओटीपी, (वन टाइप पासवर्ड) भी जालसाज से शेयर कर लिया। ओटीपी शेयर करते ही उनके खाते से पचास हजार और पच्चीस हजार-पच्चीस हजार की रकम कट गई। जब तक उन्हें जालसाज की करतूत का पता चलता खाते से एक लाख रुपए ट्रांसफर हो चुके थे। उन्होंने घटना की जानकारी शिवपुरी पहुंचकर पुलिस को दी। खाता एसबीआई वल्लभ नगर में होने की वजह से केस डायरी जहांगीराबाद पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस जालसाज के नंबर के आधार पर उसकी तलाश कर रही है।
रहें अलर्ट
ध्यान रखें कि इस तरह के मामलों में सावधानी ही बचाव का तरीका है। कोई भी बैंक या अधिकृत ऐप के प्रतिनिधि फोन पर इस तरह की जानकारी नहीं मांगते। ऐसे में न तो ओटीपी बताएं और न ही कोई अन्य जानकारी शेयर करें।