आर्मी की ट्रेनिंग पूरी करना भी एक टफ टास्क होता है। क्योंकि इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग विश्व में सबसे टफ होती है। जैसे-जैसे ट्रेनिंग आगे बढ़ती है टास्क टफ होते जाते हैं। ट्रेनिंग में ऑप्टिकल करने के दौरान मेरा पैर टूट गया था। जब सीनियर ऑफिसर्स ने समझा कि जोश के साथ होश संभाले रखोगे तभी ही ट्रेनिंग पूरी कर पाओगे। 8 जून को पासिंग आउट परेड के साथ ही मेरा सपना पूरा हो गया।
अनुपम ने बताया कि फाइनल टेस्ट में बाहर होने के बाद मैंने घर पर ही तैयारियां और सख्त कर दी। इसके बाद एयरफोर्स में एक बार और आर्मी में दो बार मेरा सिलेक्शन हुआ। मेरा सपना पायलेट बनकर देश सेवा करने का है। एयरफोर्स में प्रशासनिक सेवा करने का मौका मिल रहा था। इसलिए मैंने आर्मी को चुना। अब मैं पायलेट बनना चाहता हूं। मेरा पापा राजेश पांडे प्राइवेट जॉब करते हैं। उन्हें जब पता चला कि मैं आर्मी ऑफिसर बन गया हूं तो एक पल तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ।