scriptज्वैलरी से लेकर डेकोरेटिव आइटम्स में ‘माटी की महक ‘ | From jewelery to decorative items 'smell of clay' | Patrika News

ज्वैलरी से लेकर डेकोरेटिव आइटम्स में ‘माटी की महक ‘

locationभोपालPublished: Jun 16, 2018 02:19:05 pm

Submitted by:

hitesh sharma

– गौहर महल में शुरू हुई प्रदर्शनी, राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित हुए तीन माटी शिल्पकार
 

'smell of clay'

mata kala board

भोपाल। गौहर महल अगले एक हफ्ते तक माटी की महक से गुलजार रहेगा। मंगलवार को यहां कुटीर एवं मप्र ग्रामोद्योग विभाग, मप्र शासन व मप्र माटी कला बोर्ड की ओर से माटी की महक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मप्र के माटी शिल्पियों के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री जालम सिंह पटेल, माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष राम दयाल प्रजापति मौजूद रहे।

मप्र माटी कला बोर्ड के सीईओ चंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में वर्ष 2016-17 के लिए प्रदेश के तीन शिल्पियों को पुरस्कृत किया गया। इसमें सागर के नीतेश विश्वकर्मा को फस्र्ट, छतरपुर के देवीदीन प्रजापति को सेकंड और नोने लाल प्रजापति को थर्ड प्राइज मिलेगा। प्रथम विजेता को एक लाख, द्वितीय को 50 हजार हजार और तीसरे नंबर के विजेता को 25 हजार रुपए की राशि दी गई। माटी की महक प्रदर्शनी में प्रदेश के करीब 40 से अधिक शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं जो विभिन्न प्रकार के माटी से बने प्रोडक्ट लेकर आए हैं। जिसमें ज्वैलरी, होम डेकोर आइटम्स से लेकर मिट्टी के कुकर, तवा भी शामिल है।

माटी की बोतल में फ्रिज जैसा ठंडा पानी
इस एग्जीबिशन में कुछ प्रोडक्ट ऐसे भी हैं जिन्हें छुए बगैर आप इस बात का अंदाजा ही नहीं लगा सकेंगे कि यह किस मटीरियल से बने हैं। आपको उनके मटीरियल के बारे में जानने के लिए उन्हे छूना ही पढ़ेगा। यहां मिट्टी से बनी बोतल, ग्लास, कप, प्लेट, कटोरी, कड़ाही, फ्राईपैन, तवा से लेकर कुकर तक मौजूद है। एग्जीबिशन में मप्र के अलावा आस-पास के प्रदेशों के शिल्पियों को भी बुलाया जाता है। एग्जीबिशन में मिट्टी से बनी इन बोतलें एग्जीबिट की गई हैं। जो पानी को ठंडा रखने के साथ-साथ उसका स्वाद भी बेहतर करता है। इस बोतल में रखे पानी से आपको किसी तरह की बीमारी भी नहीं होगी।

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