भोपाल

प्लास्टिक से लेकर पैराशूट तक की पतंग व चाइना के मांजा खुलकर बिक रहा

-मकर संक्रांति पर न तो पॉलीथिन की पंतगों पर रोक लगाई जा रही है और न हीं मांजे पर।

भोपालJan 13, 2020 / 06:04 pm

चन्द्र प्रकाश भारती

प्लास्टिक से लेकर पैराशूट तक की पतंग व चाइना के मांजा खुलकर बिक रहा

भोपाल। त्यौहार के नाम पर प्लास्टिक की पतंग और चाइना व अन्य कांच मिली लुगदी के बने मांजे की दुकानों फुटपाथ तक पर नजर आने लगी है। त्योहार पर पतंगबाजी के शौकीनों के लिए पांच रू पए से लेकर एक हजार रूपए तक की प्लास्टिक व पैराशूट के कपड़े की तक बिक रही है। ऐसे ही मांजे भी सभी प्रकार के पतंगवालों की स्थाई दुकानों से लेकर फुटपाथ पर बैठे लोग तक बेच रहे है। यूं तो कागज की पतंगे भी बिक रही है,लेकिन दुकानदारों का कहना है कि कागत की पतंग रखे-रखे ही फट जाती है, जबकि प्लास्टिक की पतंग ज्यादा समय तक चलती है। इसके अलावा यह कागज की पतंग से सस्ती पड़ती है।


मंगलवारा, आजाद मार्केट, सोमवारा, डीआईजी बंगला, जहांगीराबाद आदि में स्थाई पतंग की दुकानों पर भी खुले में प्लास्टिक की पतंग सार्वजनिक रूप से खुले में टांग कर बेच रहे है। न्यू मार्केट में नानके पेट्रोल पम्प जाने वाले तिराहे पर तो शहर में आए पतंगबेचने वाले सभी तरह का मांजा व डिजाइनदार पतंगे प्लास्टिक की बनी पतंग फुटपाथ पर ही रखकर बेच रहे है। यहां पिछले दो दिन से दुकानें लगी हुई है। शहर को प्लास्टिक मुक्त रखने व सिंगल यूज प्लास्टिक वेन पर मुहीम चलाने वाले तक यहां नजर नहीं आ रहे है।


-आयोजन करने वाले भी प्लास्टिक पतंगे बांट रहे
मकर संक्रांति पर कई स्थानों पर सामाजिक संगठन व जनप्रतिनिधि पतंगवाजी का आयोजन व वितरण तो करेंगे। जिसमें पन्नी की बनी पतंगे ही अधिकांश स्थानों पर बांटने के लिए मंगा रखी है।

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