नवरात्र में लोगों को दोगुना महंगा फल खरीदना पड़ रहा है। शहर के लोगों को उम्मीद थी की आम आते ही अन्य फलों के दाम कम हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इस महंगाई का मुख्य कारण ट्रक भाड़े बढ़ने के साथ ही मौसम की मार बताया जा रहा है।
मंडी के फल-सब्जी कारोबारियों के बताया कि फलों में सबसे अधिक डिमांड सेब की है। हिमांचल ब्रांड का सेब दिल्ली मंडी पहुंचता है जहां से ये सेब देश की अलग-अलग मंडियों में सप्लाई होता है। सभी मंडियों में सेब की डिमांड अधिक होने से स्टोर किया इंदौर थोक मंडी में सेब थोक में 45 से 55 रुपए किलो के सौदे हो रहे है। आम बादाम का सौदा 40 से 60 रुपए में हुआ है। सेब मेंडी में कम आ रहा है।
लोकल लाइन से संतरे की आवक
इस बार नागपुर का विश्व प्रसिद्ध संतरा नहीं आगर शाजपुर, राजगढ़ तरफ का लोकल संतरा मंडी में आ रहा है, जो थोक में 50 से 70 रुपए किलो बिक रहा है। अंगूर थोक में 50 से 70 रुपए किलो बिका है तो खेरीज में इसका दाम 70 से 100 रुपए किलो है।

फल का ठेला लगाने वाले दिनेश ने बताया कि नवरात्र शुरू होते ही फलों के दाम अधिक बढ़े है। इसके पीछे सप्लाई भी कम आने से फलों की डिमांड बढ़ना है। भोपाल के अवधेश ने बताया कि थोक मंडी में भी फल महंगे हैं और बाहर आते ही ठेला लगाने वाले फलों को दोगुने दाम पर बेच रहे हैं। फुटकर विक्रेताओं ने फलों के दाम दोगुने कर दिए हैं जिससे फल अब आम आदमी की पहुंच से दूर हो गए हैं।