इंदौर स्थित शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय के ओरल सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. विलास नेवासकर ने बताया कि म्यूकर माइकोसिस के मामले पहले महीने में एक मरीज में सामने आते थे। कोरोना के बाद लगभग हर दिन इस माइकोसिस के मामले देखने में आ रहे हैं।
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केस-1
सुखलिया निवासी राजेंद्र जैन फरवरी में संक्रमित हुए। 1 मार्च को अस्पताल से छुट्टी मिली। इसके बाद आंखें लाल हुई। रिएक्शन समझकर डॉक्टर को नहीं दिखाया समस्या बढ़ने पर जांच कराई तो पता चला कि दिमाग तक इंफेक्शन फैल गया।
केस – 2
सुदामा नगर में रहने वाले विवेक उपाध्याय कोरोना से तो ठीक हो गए, लेकिन अस्पताल से छुट्टी होने से पहले ही उन्हें नाक और आंख में जलन होने लगी। डॉक्टरों ने फिर जांच कराने को कहा। ब्रेन में फंगल इंफेक्शन की पुष्टि होने पर ब्रेन सर्जरी करानी पड़ी।
ये हैं लक्षण
आंखों और नाक के पास दर्द
दांतों में दर्द
नाक बंद होना
चेहरे पर सुत्रपन
नाक से काले रंग का खाव
कफ, परेशानी
तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
नेत्र रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. पीएस हार्डिया और डॉ. राजीव हार्डिया ने बताया, यदि आपको आंखों में कालापन, आंखों को घुमाने में परेशानी के साथ देखने की क्षमता में कमी जैसा लगे तो यह म्यूकर माइकोसिस हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए ता हार्डिया ने बताया, अमरीका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक इस संक्रमण में मृत्यु दर 54 प्रतिशत तक हो सकती है।