हत्या के दिन जगदीश और इरफान की एक ही स्थान पर मिली लोकेशन
भोपाल. पुलिस ने जांच में पाया कि जगदीश के माता-पिता की जिस दिन हत्या हुई, उसी दिन एक ही स्थान पर इरफान और जगदीश के मोबाइल की लोकेशन मिली थी। इसके साल भर बाद जगदीश की रेलवे ट्रैक पर लाश मिली थी। पुलिस को जगदीश की जेब से इरफान का मोबाइल नंबर मिला था। इरफान ने जगदीश की डैड बॉडी की शिनाख्त की थी। इसके बाद जगदीश के बड़े भाई की लाश भी पानी में मिली। पुलिस ने इरफान को पूछताछ के लिए उठाया है। इरफान बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर है। वह भाजपा नेता लाल सिंह सोलंकी व आदेश खांबरा का मीडिएटर है। इरफान ने जगदीश की जमीन बेच दी थी। गौरतलब है कि लाल सिंह ने खांबरा को सुपारी देकर तीन हत्याएं कराई हैं, जांच जारी है।
भोपाल. पुलिस ने जांच में पाया कि जगदीश के माता-पिता की जिस दिन हत्या हुई, उसी दिन एक ही स्थान पर इरफान और जगदीश के मोबाइल की लोकेशन मिली थी। इसके साल भर बाद जगदीश की रेलवे ट्रैक पर लाश मिली थी। पुलिस को जगदीश की जेब से इरफान का मोबाइल नंबर मिला था। इरफान ने जगदीश की डैड बॉडी की शिनाख्त की थी। इसके बाद जगदीश के बड़े भाई की लाश भी पानी में मिली। पुलिस ने इरफान को पूछताछ के लिए उठाया है। इरफान बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर है। वह भाजपा नेता लाल सिंह सोलंकी व आदेश खांबरा का मीडिएटर है। इरफान ने जगदीश की जमीन बेच दी थी। गौरतलब है कि लाल सिंह ने खांबरा को सुपारी देकर तीन हत्याएं कराई हैं, जांच जारी है।
पुलिस ने बोला खांबरा, मैंने जब 30 हत्याएं बता दीं तो 31वीं हत्या बताने में क्या दिक्कत है…
पुलिस: अशोक खांबरा कौन है, इसे कैसे जानते हो?
आदेश खांबरा: मैं उसे नहीं जानता, वो मेरा जात भाई है। मेरे केस से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस: तुमने 30 हत्याएं तो बता दी और कितने लोगों को मारा है?
आदेश खांबरा : साहब, मां कसम मैं झूठ नहीं बोल रहा हंू। मैंने जब 30 बता दिया तो 31वीं हत्या बताने में क्या दिक्कत है।
पुलिस: लूट के रुपए कहां खर्च करते थे, बैंक में तो नहीं हैं?
आदेश खांबरा: साहब, मेरे ऊपर कोर्ट केस इतने थे कि सारे रुपए केस लडऩे में खत्म हो जाते थे। बैंक में कहां रुपए जमा कर पाऊंगा।
पुलिस: तुम्हारी डायरी में मोबाइल नंबर किसके हैं?
आदेश खांबरा: साहब, मोबाइल नंबर क्लीनर और चालकों के हैं। मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, इसलिए डायरी में ही सभी के नंबर लिख लिया करता था।
पुलिस: अशोक खांबरा कौन है, इसे कैसे जानते हो?
आदेश खांबरा: मैं उसे नहीं जानता, वो मेरा जात भाई है। मेरे केस से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस: तुमने 30 हत्याएं तो बता दी और कितने लोगों को मारा है?
आदेश खांबरा : साहब, मां कसम मैं झूठ नहीं बोल रहा हंू। मैंने जब 30 बता दिया तो 31वीं हत्या बताने में क्या दिक्कत है।
पुलिस: लूट के रुपए कहां खर्च करते थे, बैंक में तो नहीं हैं?
आदेश खांबरा: साहब, मेरे ऊपर कोर्ट केस इतने थे कि सारे रुपए केस लडऩे में खत्म हो जाते थे। बैंक में कहां रुपए जमा कर पाऊंगा।
पुलिस: तुम्हारी डायरी में मोबाइल नंबर किसके हैं?
आदेश खांबरा: साहब, मोबाइल नंबर क्लीनर और चालकों के हैं। मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, इसलिए डायरी में ही सभी के नंबर लिख लिया करता था।
अमेठी से पुलिस ने जब्त किया ट्रक
मिसरोद पुलिस आदेश खांबरा को लेकर अमेठी गई थी। पिछले हफ्ते 25 टन शक्कर से भरा ट्रक जो गायब हुआ था, उसके चालकों की लोकेशन पुलिस को कानपुर में मिली। पता चला कि इसमें भी आदेश खांबरा का हाथ है। इसी ट्रक को जब्त करने पुलिस अमेठी गई थी। वहां ट्रक तो मिला लेकिन शकर गायब थी। पुलिस इसकी जांच में लगी है।
मिसरोद पुलिस आदेश खांबरा को लेकर अमेठी गई थी। पिछले हफ्ते 25 टन शक्कर से भरा ट्रक जो गायब हुआ था, उसके चालकों की लोकेशन पुलिस को कानपुर में मिली। पता चला कि इसमें भी आदेश खांबरा का हाथ है। इसी ट्रक को जब्त करने पुलिस अमेठी गई थी। वहां ट्रक तो मिला लेकिन शकर गायब थी। पुलिस इसकी जांच में लगी है।