सोनी ने उसे भेल में नौकरी लगाने का झांसा दिया था और किस्तों में छह लाख रुपए ले लिए थे। लंबे समय तक आरोपी ने उसकी नौकरी नहीं लगवाई और बाद में उसे फर्जीवाड़े के आरोप में भिंड पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी खुद को आईपीएस अधिकारी बताता था। मामले का खुलासा होने के बाद गोविंदपुरा थाने में पीड़ित शाहिद नूर ने अपने साथ हुई ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
यह भी पढ़ेंः सर्दी या बेदर्दीः15 दिन में 5 कोल्ड डे, सर्द हवाओं ने किया जनजीवन प्रभावित
पुलिस के मुताबिक गोविंदपुरा में रहने वाले शाहिद नूर ने निजी कॉलेज से सिविल में बीई पास की है। वह नौकरी की तलाश कर रहे थे इसी दौरान उनके रिश्तेदार ने संजय सोनी के बारे में बताया था। संजय सोनी ने पीड़ित को फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। रिश्तेदारों के हवाले से मुलाकात होने के बाद शाहिद ने सोनी का विश्वास कर लिया था और उसे नौकरी लगाने की एवज में पैसे देना शुरू कर दिए थे। कई किस्तों में वह आरोपी को लगभग छह लाख रुपए दे दिए।
यह भी पढ़ेंः कैसे पता चलेगा कि कोरोना वैक्सीन का दोनों डोज काम कर रहा है या नहीं? जानिए इसका तरीका
भिंड पुलिस से पता चला है कि धोखाधड़ी के आरोप में आरोपी इससे पहले दतिया, ग्वालियर में भी गिरफ्तार हो चुका है। आरोपी आदतन ठगी की वारदात करता रहता है और अपने साथ कुछ लोगों को भी शामिल कर लेता है जिससे वह झांसा देकर रुपए एंठता रहता है।