सिपाही वर्दी में रहता और पकड़ा गया फर्जी युवक सिपाही का वायरलेस सेट लेकर कभी क्राइम ब्रांच टीआई, तो कभी गुंडा स्क्वाड का लीडर बन जाता।
गिरोह ने एक 70 साल के रिटायर इंजीनियर को शिकार बनाया था, जिनसे दस लाख रुपए की अडी़ डाली। सौदा पांच लाख रुपए में तय हुआ था।
इंजीनियर ने यह बात विदेश में रह रहे बच्चों को बताई, बच्चों ने पुलिस थाने में रिपोर्ट करने की सलाह दी। उसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हो गया।
उतरवाए कपड़े और खींच लिए अश्लील फोटो
एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झारिया ने बताया कि 70 वर्षीय रिटायर इंजीनियर ने एक महीने पहले वरिष्ठ अफसरों से शिकायत की थी।
उन्होंने बताया था कि एक अज्ञात महिला ने फोन पर बात कर उनसे जुड़ी जानकारी ली और मिलने के लिए एमपी नगर स्थित एक शापिंग माल के पास बुलाया।
उन्हें वहां से तलैया इलाके में एक खाली मकान में ले गई। जब वह वहां पहुंचे तो पहले से एक युवती मौजूद थी। वे लोग बातें कर रहे थे, तभी दो लोग कमरे में पहुंचे। एक सादे कपड़ों में था, जबकि दूसरा पुलिस की वर्दी पहने था।
उन्होंने कहा कि आप चकलाघर चलाते हैं, इसलिए पुलिस केस बनेगा। इसके साथ ही उन्होंने बुजुर्ग के कपड़े उतरवाए और युवतियों के साथ अश्लील फोटो खींचे।
दोनों युवक बोले कि पुलिस केस से बचना है तो 10 लाख रुपए देने होंगे। बुजुर्ग ने जब रुपए न होने की बात कही, तो उन्होंने जेब में रखे 6 हजार रुपए ले लिए और सौदा पांच लाख रुपए में तय कर बाकी की रकम बाद में देने का कहकर उन्हें छोड़ दिया।
कोलार थाने का निकला सिपाही
एएसपी निश्चल झारिया ने बताया कि विशेष टीम बनाई गई थी। फरियादी को हर संभावित ठिकानों पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
इसी दौरान आरटीओ कार्यालय के पास एक संदेही युवक को फरियादी ने पहचान लिया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म स्वीकार कर लिया। उसकी निशानदेही पर दोनों युवतियों को भी दबोच लिया गया।
पकड़े गए आरोपी का नाम अरेरा कॉलोनी निवासी भूपेश राणा (44) और कोलार थाने में पदस्थ सिपाही संघरत्न फरेले बताया गया है, जबकि 24 और 28 साल की दोनों सगी बहनें पुराने शहर की रहने वाली हैं।
सिपाही संघरत्न वर्दी में रहता था, जबकि भूपेश राणा सिपाही का वायरलेस सेट लेकर सिविल ड्रेस में टीआई बन जाता था। पुलिस पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने लोगों के साथ इस प्रकार की ब्लैकमेलिंग की है।
गिरोह ऐसे बनाते हैं हाई प्रोफाइल लोगों को मोहरा
गिरोह के संपर्क में ऑनलाइन वेबसाइट से सैक्स रैकेट चलाने वाला गिरोह है, जो नए शहर के हाई प्रोफाइल लोग संपर्क में रहते थे। गिरोह ने (एमपी नगर ई-एसकॉर्ट डॉट कॉम) नाम से एक वेबसाइट बना रखी है, जिसके कई दलाल हैं।
गिरोह के कुछ सदस्य जेल जा चुके हैं। गिरोह बाहर से लड़कियां लेकर आते हैं, जिनको दलालों के जरिए भेजा जाता है। फिर यह हाई प्रोफाइल लोगों की कुंडली निकालते हैं, उनके संपर्क में आते ही लड़कियों को मोहरा के रूप में पेश कर अकेले में बुलाकर इस तरह लाखों रुपए की अड़ीबाजी करते हैं।
क्राइम ब्रांच के हत्थे वेबसाइट चलाने वाला गिरोह में छह लड़कियां और छह युवक हत्थे चढ़ गए हैं।