दो माह में किया म्यूजिक रिकॉर्ड
चंद्रमाधव बारिक का कहना है कि नाटिका का म्यूजिक रिकॉर्डेड है। पूरी नाटिका म्यूजिक बेस्ड ही है। कहानी को आगे बढ़ाने के लिए सूत्रधार दृश्य की शुरुआत में संवाद बोलते हैं। इसकी मूल कथा मणिपुरी बेस्ड है, इसलिए अधिकांश म्यूजिक मणिपुर में ही रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद श्रुति-धर्मेश ने कई दृश्यों का म्यूजिक भोपाल में भी कंपोज किया। एक घंटे 17 मिनट की अवधि वाली नाटिका में ऑनस्टेज 23 कलाकारों ने परफॉर्म किया है।
नाटिका में दिखाए महाभारत होने के कारण
डायरेक्टर का कहना है कि आठ दृश्यों के माध्यम से दिखाया गया कि आखिर वे क्या कारण थे कि जिसने भाइयों के बीच इतना भीषण युद्ध करा दिया था। इसमें युद्ध दृश्यों के साथ गीता उपदेश भी है। जो हर व्यक्ति को अपने कर्तव्य का बोध कराते हैं। नाटिका के लिए मणिपुर से वहां की ट्रेडिशनल कॉस्ट्यूम बुलाई गई। इसे तैयार करने में करीब एक माह का समय लगा। मणिपुर में होने वाली नाटिकाओं में इन्हीं कॉस्ट्यूम्स का यूज किया जाता है। नाटिका में गीता उपदेश के दौरान मृत आत्माओं के दृश्य को फोम से बने स्टेच्यू के माध्यम से दिखाया गया।
बैले के 8 दृश्य
1- महाभारत का शंखनाद होता है। इसके बाद कहानी फ्लैश बैक में चली जाती है।
2- राजा द्रुपद पुत्रयोष्टि यज्ञ करते हैं, इसमें द्रौपदी और धृष्ट दय्युम्न की उत्पत्ति होती है।3- द्रौपदी स्वयंवर में कर्ण से शादी के लिए द्रौपदी मना कर देती है।
4- इंद्रप्रस्थ में द्रौपदी दुर्योधन का अंधे का पुत्र कहकर उपहास उड़ाती है।5- द्यूत क्रीड़ा में कौरव-पांडव चौसर खेलते हैं। यहां द्रोपदी को हार जाते हैं।
6- श्री कृष्ण शांति दूत बनकर दुर्योधन के पास जाते हैं। दुर्योधन पांच गांव देने से इंकार कर देता है।7- अर्जुन भाइयों पर हथियार उठाने से इंकार कर देता है। श्रीकृष्ण गीता का उपदेश देते हैं।
8. युद्ध में कौरवों की हार होती है।