साफ्ट हिंदुत्व के रास्ते चल रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कभी शिवभक्त तो कभी रामभक्त तो कभी नर्मदा भक्त नजर आ रहे हैं। भाजपा भगवान राम के सहारे चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है, भूल चुके वादे को याद कर सरकार राम पथ बनाने के लिए १०० करोड़ खर्च करने की बात कर रही है,
भाजपा पहले भी राम लहर पर सवार हो चुकी है। वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पैत्रिक गांव सैफई में विष्णु मंदिर बनाने का एेलान किया है, इसके जरिए सपा अपनी हिंदू विरोधी छवि खत्म करना चाहती है। बहुजन समाज पार्टी भी अपने पुराने नारे पर लौट सकती है, बसपा कभी कहती थी कि हाथी नहीं गणेश हैं,ब्रह्मा विष्णु महेश हैं। – कांग्रेस की राम पथ यात्रा में शािमल होंगे बड़े नेता – चित्रकूट से शुरु हुई कांग्रेस की राम पथ वन गमन यात्रा में राम के सहारे कांग्रेस अपना वनवास खत्म करना चाहती है।
13 दिवसीय इस यात्रा के जरिए कांग्रेस ३५ विधानसभा सीटों को अपने पाले में लाना चाहती है। शुरुआत में इस यात्रा से कांग्रेस के बड़े नेता जरुर नदारद रहे लेकिन अब इसमें नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह शामिल हो रहे हैं। अजय सिंह कहते हैं कि वे इस राम पथ गमन यात्रा में जरुर शामिल होंगे और बड़े नेताओं ने इससे दूरी नहीं बनाई है। माना जा रहा है कि अजय सिंह के बाद सभी बड़े नेता इस यात्रा में शामिल होंगे।
– हम चुनाव के पहले भगवान राम का आशीर्वाद चाहते हैं, भाजपा तो सिर्फ घोषणा कर भूल गई लेकिन कांग्रेस सरकार बनने पर राम वन गमन पथ का निर्माण किया जाएगा। – हरिशंकर शुक्ल अध्यक्ष,राम रथ यात्रा समिति – – भाजपा के लिए राम भारतीय सांस्कृतिक अस्मिता के प्रतीक हैं, राम पथ पर आधारभूत काम हो गया है, कांग्रेस की ये सिर्फ चुनावी भक्ति है। – रजनीश अग्रवाल प्रदेश प्रवक्ता,भाजपा –