scriptGolden Lanka burns to ashes as soon as tail catches fire | पूंछ में आग लगते ही रावण के घमंड, अहंकार की प्रतीक सोने की लंका को जलाकर राख कर दिया | Patrika News

पूंछ में आग लगते ही रावण के घमंड, अहंकार की प्रतीक सोने की लंका को जलाकर राख कर दिया

locationभोपालPublished: Oct 22, 2023 09:44:33 pm

Submitted by:

Rohit verma

विविध कला विकास समिति के कलाकारों द्वारा दी गई लंका दहन की प्रस्तुति
भेल टाउनशिप के पिपलानी में चल रही रामलीला में लंका दहन का मंचन किया गया। राम भक्त हनुमान माता सीता की खोज करते हुए लंका पहुंचते हैं। वहां सीता के पास जाकर मुद्रिका फेंकते हैं, जिसे देखकर सीता अचरज में पड़ गईं कि आखिर यह मुद्रिका यहां कैसे आई। तभी हनुमान जी प्रकट हुए और अपना परिचय दिया।

पूंछ में आग लगते ही रावण के घमंड, अहंकार की प्रतीक सोने की लंका को जलाकर राख कर दिया
पूंछ में आग लगते ही रावण के घमंड, अहंकार की प्रतीक सोने की लंका को जलाकर राख कर दिया
सीता ने प्रभु के हाल जाने। इसके बाद हनुमान जी सीता से भूख लगने की बात कहते हुए बगीचों में लगे फल खाने की अनुमति मांगते हैं। आदेश पाते ही बाग में पहुंचकर फल खाने के साथ ही पूरा बाग उजाड़ देते हैं। इसे देखकर गुस्से में रावण के सैनिकों ने युद्ध किया और रावण के बेटे अक्षय कुमार का वध कर दिया। इसे देख कर मेघनाद क्रोधित हो गया और हनुमान जी पर ब्रह्म पास का प्रयोग कर दिया।
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