वर्तमान में बने मंदिर में सोने की परत चढ़ाने के लिए तैयारियां पहले से पूरी की जा चुकी है। संगमरमर की गुम्बद पर पीतल पर सोने की परत चढ़ाने के लिए पूरे मंदिर पर कीले तक लगी हुई है।गौरतलब है कि यहां माता का सोने का सिंघासन,
तीन किलो सोने की परत चढ़ाकर बना मुकुट
गर्भ गृह, मुकुट आदि करीब तीन किलो सोने की परत चढ़ाकर बनाया गया है। जिसकी लागत करीब एक करोड़ से अधिक है। इसका शुभारंभ शरद नवरात्र के प्रथम दिन किया गया था। इसके बाद से ही मंदिर की गुम्बंद और अन्य परिसर को सोने का बनाने के लिए मॉडल तैयार करवा लिया गया। मंदिर प्रांगण में रखे मॉडल के लिए पैसा जमा करने लगे हैं। बताया गया कि 1984 में मंदिर की स्थापना के साथ लगातार मंदिर भव्य होता जा रहा है। मंदिर प्रबंधन कमेटी के प्रवक्त अजय सैनी ने बताया कि स्वर्ण मंदिर बनाने की तारीख पहले से घोषित नहीं की जा सकती है। जितनी जल्दी इसकी राशि जमा हो जाएगी, उनती जल्दी इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
सुरक्षा के लिए लगे सीसीटीवी कैमरे
यह मंदिर घनी आबादी के बीच है ऐसे में सुरक्षा के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा पास ही पुलिस चौकी है। सुरक्षा व्यवस्था सख्त है।