वास्तु की जानकार मिथिलेश शर्मा बताती हैं कि मान्यता के अनुसार यह सुख और समृद्धि कारक होता है। वहीं यह भी कहा जाता है इस दिशा में वास्तुदोष good and bad signs from tulsi होने पर घर भवन में रहने वाले लोग बीमार रहते हैं साथ ही परेशानी और चिन्ता बनी रहती हैं। इसके अलावा उन्नति के मार्ग में भी बाधा आति है।
माना जाता है कि वास्तुशास्त्र के हिसाब से घर में चीजें रखने से घर से नकारात्मक ऊर्जा good and bad signs from tulsi कम हो जाती है। ऐसे ही वास्तुशास्त्र में यह भी बताया जाता है कि घर में एेसे कई पेड़-पौधें हैं, जिन्हें कहां रखना चाहिए या उन पौधों को घर में रखना चाहिए या नहीं।
वास्तुशास्त्र के मुताबिक कई पौधे हैं जो घर के दोष को खत्म करने में सहायता करते हैं, लेकिन इन्हीं पौधों good and bad signs from tulsi को यदि गलत दिशा में रख दिया जाए तो इनका उल्टा प्रभाव पढ़ सकता है। घर में किसी भी जगह पर पौधों को लगाने से पहले सही दिशा पता कर लेनी चाहिए। जानें एेसे कुछ पौधों के बारे में जिन्हें घर में सही जगह व सही दिशा में रखने से शुभ फल Miracle of Tulsi plant की प्राप्ति होती है।
ये हैं खास…
– बरगद और पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। परंतु इस पेड़ को कभी घर के भीतर नहीं लगाना चाहिए। इससे अशुभ फल प्राप्त होते हैं। इसलिए इसे हमेशा मंदिरों में ही लगा पाया जाता है।
– तुलसी का पौधा घर के दक्षिणी भाग में नहीं लगाना चाहिए, घर के दक्षिणी भाग में लगा हुआ तुलसी का पौधा फायदे के बदले नुकसान का कारण बन सकता है।
– ऊंचे पौधों को घर की दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। ऐसी जगह जहां इन्हें सूरज की भरपूर रोशनी मिले और ध्यान रखें कि ये पौधे घर में रहने वालों के रास्ता में न आएं।
– छोटे साइज के पौधों को पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना बेहतर होता है। वहीं, इन्हें उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने पर अशुभ फल प्राप्त होते हैं।
– लताओँ वाले पौधों को घर के मुख्य द्वार पर या बालकनी में लगा सकते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि बेल वहां की दीवार से ऊंची न चली जाएं। बेल बड़ी हो जाने पर उसे दूसरी दिशा में घुमा दें।
– कुछ ऐसे पौधे और पेड़ हैं जिन्हें घर के आंगन में लगाना शुभ फल देता है, जैसे अनार, दालचीनी, नारियल, अशोक, गुलाब, बकुल, चमेली, केसर और चंपा। यह भी कहा जाता है कि इन पेड़-पौधों को आंगन के अलावा कहीं और न लगाएं।
इन सभी पौधों में सबसे खास तुलसी का पौधा माना जाता है। क्या आप जानते हैं कि तुलसी का पौधा भी हमें कई ऐसे संकेत भी देता है, जिन्हें यदि हम समय रहते समझ जाएं तो कई बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं।
आपने देखा होगा अधिकतर लोग अपने घर में तुलसी का पौधा लगाते हैं। घर में तुलसी के पौधे को रखने के कई धार्मिक कारण हैं। इसके अलावा इससे कई वास्तु दोष भी दूर हो जाते है।
वास्तु के अनुसार घर की गलत दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से नेगेटिव एनर्जी बनी रहती है, वहीं अगर इसकी दिशा का सही ध्यान रखे तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। अगर आप भी घर में तुलसी का पौधा लगाने जा रहे है तो इसके फायदे भी जान लें।
तुलसी के पौधे से जुड़ी ये हैं मान्यताएं Miracle of Tulsi plant…
1. बुरी आत्माओं से सुरक्षा :
माना जाता हैै कि घर में तुलसी का पौधा लगाने से बुरी आत्माओं का वास नहीं होता। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, घर के बाहर तुलसी का पौधा लगाने से बुरी आत्माएं घर में प्रवेश नहीं कर पाती।
2. वास्तु दोष होता है दूर:
जो पौधा घर के लिए शुभ होता है, तो यह वास्तु दोष दूर करने में भी अच्छा माना जाता है। तुलसी के पौधे को घर की उत्तर या पूर्व दिशा में रखें। इससे कई दोष दूर हो जाते है।
3. अच्छी किस्मत का प्रतीक :
तुलसी के पौधे को एक अच्छी किस्मत का प्रतीक भी कहा जाता है। इसको घर में लगाने से बिजनेस में तरक्की मिलती है। साथ ही इसके पत्तों को खाने से सेहत अच्छी रहती है।
आपको कई घरों में तुलसी दिख जाएंगी क्योंकि हिंदू धर्म में तुलसी को पवित्र पौधा माना जाता है, जिसे घर में लगाना शुभ माना जाता है। 5. तुलसी देवी लक्ष्मी का स्वरूप :
तुलसी के पौधे को वास्तव में देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है, जबकि सूर्य को भगवान विष्णु माना जाता है, इसलिए शायद दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं।
तुलसी को केवल घर पर ही नहीं रखा जाता है, बल्कि इसे हिंदू धार्मिक त्योहारों और कई शुभ कार्य में भी इस्तेमाल किया जाता है। 7. सकारात्मक ऊर्जा :
वास्तु के अनुसार तुलसी को देवी का अवतार माने जाने के कारण इसे सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है। बस ध्यान रखें कि इसको सही दिशा में ही लगाएं।
धार्मिक शास्त्रों में तुलसी का पौधा बहुत महत्वपूर्ण माना गया है और इसे बेहद पवित्र भी माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा लगाना भी बहुत शुभ होता है और इससे घर का वातावरण पवित्र हो जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार तुलसी के पौधे को रोजाना जल अर्पण करने से दैवीय कृपा बनी रहती है और बैकुण्ठ की प्राप्ति होती है।
1.कहा जाता है कि भूलकर भी तुलसी के पौधे को रविवार, एकादशी और सूर्य या चन्द्र ग्रहण के दिन नहीं छूना चाहिए। इसके अलावा सूर्यास्त के बाद भी तुलसी के पत्ते को नहीं तोड़ना चाहिए।
2. तुलसी के नीचे हर शाम घी का दीपक जलाना चाहिए और तुलसी माता की आरती करनी चाहिए।
3.अगर किन्ही वजहों से तुलसी का पौधा सूख जाता है तो उसे फेंकने की बजाय नदी में प्रवाहित कर दें और उस जगह दूसरा पौधा लगा दें। साथ ही तुलसी माता से माफ़ी मांगे।
4.घर में सूखे हुए तुलसी के पौधे को रखना अशुभ माना जाता है। तुलसी का पौधे के सूखने पर घर में कोई बड़ा संकट आ सकता है।
5.धर्मशास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्ते को भगवान गणेश और भगवान शिव को अर्पित नहीं करना चाहिए।
कहा जाता है कि तुलसी का पौधा ऐसा है जो आपको पहले ही बता देगा कि आप पर या आपके घर, परिवार को किसी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। मान्यता है कि घर पर मुसीबत आने वाली होती है उस घर से सबसे पहले लक्ष्मी यानी तुलसी चली जाती है क्योंकि दरिद्रता, अशांति या क्लेश जहां होता है वहां लक्ष्मी का वास नहीं होता।
ये भी हैं मान्यताएं:
– यदि कोई ग्रह फल देता है तो उसके शुभ प्रभाव से तुलसी का पौधा उत्तरोत्तर बढ़ता रहता है। वहीं बुध के प्रभाव से पौधे में फल-फूल लगने लगते हैं।
– तुलसी का गमला रसोई के पास रखने से पारिवारिक कलह समाप्त होती है। पूर्व दिशा की खिड़की के पास रखने से पुत्र यदि जिद्दी हो तो उसका हठ दूर हो जाता है। यदि घर की कोई संतान अपनी मर्यादा से बाहर है अर्थात नियंत्रण में नहीं है तो पूर्व दिशा में रखे तुलसी के पौधे में से तीन पत्ते किसी न किसी रूप में संतान को खिलाने से संतान आज्ञानुसार व्यवहार करने लगती है।
– कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो तो अग्निकोण में तुलसी के पौधे को कन्या नित्य जल अर्पण कर एक प्रदक्षिणा करने से विवाह जल्दी और अनुकूल स्थान में होता है। सारी बाधाएं दूर होती हैं।
– यदि कारोबार ठीक नहीं चल रहा हो तो दक्षिण-पश्चिम में रखे तुलसी के गमले पर प्रति शुक्रवार को सुबह कच्चा दूध अर्पण करें और मिठाई का भोग रखकर किसी सुहागिन स्त्री को मीठी वस्तु देने से व्यवसाय में सफलता मिलती है।
– नौकरी में यदि उच्चाधिकारी की वजह से परेशानी हो तो आफिस में खाली जमीन या किसी गमले आदि जहां पर भी मिट्टी हो वहां सोमवार को तुलसी के सोलह बीज किसी सफेद कपड़े में बांध कर सुबह दबा दें। सम्मान की वृद्धि होगी। नित्य पंचामृत बना कर यदि घर की महिला शालीग्राम जी का अभिषेक करती है तो घर में वास्तु दोष हो ही नहीं सकता।