लेकिन जिन स्टेशनों पर यह सुविधा पहले से मौजूद है वहां पूरी स्पीड से वाई-फाई नहीं मिल पाता।
फ्री वाई-फाई की सुविधा रेलटेल के वाई-फाई नेटवर्क ‘रेलवायर’ के जरिए दी जाती है, जिसके तहत यात्रियों को बिना किसी शुल्क के 30 मिनट तक हाई स्पीड इंटरनेट का उपयोग करने की सुविधा मिलती है।
भोपाल रेल मंडल में सबसे पहले 16 मई 2016 को
भोपाल रेलवे स्टेशन पर यह सुविधा मिलनी शुरू हुई थी। बता दें, भारतीय रेलवे के उत्तर सीमांत रेलवे अंतर्गत तिंसुकिआ डिवीजन का तिंसुकिया जंक्शन रेलवे स्टेशन देश का 4000वां स्टेशन था जहां फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलना शुरू हुई थी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर ये जानकारी साझा की थी।
भोपाल रेल मंडल में हैं 93 रेलवे स्टेशन पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले
भोपाल रेल मंडल में सभी कैटेगरी के कुल 93 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें ए-1 कैटेगरी का इकलौता भोपाल रेलवे स्टेशन है। जबकि ए कैटेगरी के पांच, बी कैटेगरी के पांच स्टेशन है। सी कैटेगरी का एक भी स्टेशन नहीं है। डी कैटेगरी के 12, ई कैटेगरी 53 और एफ कैटेगरी के 17 स्टेशन हैं। यह कैटेगरी उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर तय होती है।
भोपाल स्टेशन पर फ्री वाई-फाई सेवा का लुत्फ उठाने के लिए अपने मोबाइल का वाई-फाई ऑन करें। इसके बाद रेलवायर वाई-फाई नेटवर्क को सलेक्ट करें। इसके बाद एक विंडो खुलकर आएगी, जहांं अपने 10 अंकों का मोबाइल नंबर डालना होगा। नंबर डालने के बाद एक आपके नंबर पर ओटीपी आएगा, इस ओटीपी को डालते ही आपके मोबाइल पर फ्री वाई-फाई सुविधा का आनंद अगले 30 मिनट तक उठा सकेंगे।
– उदय बोरवणकर, डीआरएम, भोपाल डिवीजन
भोपाल रेलवे स्टेशन पर इंटरनेट स्पीड 450 केबीपीएस
पत्रिका ने सोमवार को जब भोपाल रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि यहां फ्री वाई-फाई की सुविधा सभी प्लेटफॉर्म और सर्कुलेटिंग एरिया में उपलब्ध है लेकिन जो इंटरनेट स्पीड मिल रही है वो काफी कम है।
जिससे सही तरीके से नेट नहीं चल पाता। यहां सभी प्लेटफॉर्म पर 450 केबीपीएस की इंटरनेट स्पीड ही मिली। इस संबंध में आईटी एक्सपर्ट का कहना है कि इसके दो कारण होते हैं, या तो सिग्नल वीक हैं या एक समय पर कई यूजर वाई-फाई का उपयोग कर रहे हों। यह 4-जी इंटरनेट की तुलना में काफी कम स्पीड है और वाई-फाई पर डाउनलोडिंग स्पीड महज 60 केबीपीएस ही है।
2018 का विजन…
इससे पहले केंद्रीय बजट 2018 में डिजिटल भारत के सपने को साकार करने के लिए सरकार ने रेलवे को मोबाइल फ्रेंडली बनाने का प्रयास करने की बात कही थी। इस बजट में कई बड़ी घोषणाएं की गईं थीं। यहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने भाषण में ऐलान किया कि देशभर में पांच लाख वाई फाई हॉटस्पॉट स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए दस हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया जाएगा।
वहीं, इससे पहले आम बजट पेश करने के दौरान जेटली ने बताया कि एक लाख ग्राम पंचायतें हाईस्पीड ब्रॉडबैंड से जुड़ीं हैं। जेटली ने कहा, स्टाम्प ड्यूटी कानून में संशोधन पर विचार होगा। ये भी थी फायदे की बात…
उस समय केंद्रीय बजट 2018 जेटली ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल बजट का बड़ा हिस्सा पटरी और गेज बदलने के काम में इस्तेमाल किया जाएगा। 5000 किलोमीटर लाइन के गेज परिवर्तन का काम चल रहा है।
वित्त मंत्री ने बताया, ‘छोटी लाइनों को बड़ी लाइनों में बदलने काम पूरा किया जा रहा है। इस दिशा में पूरी तेजी से काम कर रहे हैं।’ उन्होंने बताया कि इस साल 700 नए रेल इंजन और 5160 नए कोच तैयार किए जाएंगे। गेज परिवर्तन का बड़ा फायदा मध्यप्रदेश को भी मिलने वाला है।
आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान को जोड़ने वाले हैदराबाद जयपुर मीटरगेज अब तक पूरी तरह ब्राडगेज नहीं हो पाया है। इस घोषणा के बाद इस ट्रैक पर परिवर्तन के काम में तेजी आने का अनुमान है।