बुधवार को राजभवन में आयोजित बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि जो है, जैसा है, यह प्रवृत्ति अब नहीं चलेगी। कुलपतियों की उपलब्धियां तभी मान्य होंगी, जब विश्वविद्यालय के बुनियादी कार्य और व्यवस्थाएं उत्कृष्ट हों। नये वर्ष में इस प्रकार का आचरण और सोच स्वीकार्य नहीं होगा। यहां जो निर्णय किए जाए, उनका अनिवार्य पालन सुनिश्चित किया जाए।
कुलपतियों का सम्मान बना रहे
राज्यपाल ने आगाह किया कि परिणाम देना कुलपतियों का दायित्व है। परिणाम नहीं देने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई आवश्यक है। कुलपति का सम्मान बना रहे, यह राज्यपाल की जवाबदारी है। कुलपति का सम्मान उनके आचरण पर आधारित है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्थाएं और प्रबंधन पारदर्शी हो। इसमें गड़बड़ी करने वालों के लिए कड़े दंड की व्यवस्था हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें कोई हीला-हवाली नहीं चलेगी।
राज्यपाल ने आगाह किया कि परिणाम देना कुलपतियों का दायित्व है। परिणाम नहीं देने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई आवश्यक है। कुलपति का सम्मान बना रहे, यह राज्यपाल की जवाबदारी है। कुलपति का सम्मान उनके आचरण पर आधारित है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्थाएं और प्रबंधन पारदर्शी हो। इसमें गड़बड़ी करने वालों के लिए कड़े दंड की व्यवस्था हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें कोई हीला-हवाली नहीं चलेगी।
ग्रुप में चर्चा कर रहे हैं राज्यपाल
राज्यपाल ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा उच्च शिक्षा गुणवत्ता सुधार के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की माईक्रो लेवल मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में तीन-तीन विश्वविद्यालयों के समूह गठित कर बैठकें आयोजित की जा रही हैं। बुधवार को आयोजित बैठक में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर और अवधेशप्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपतियों सहित उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव, राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे उपस्थित रहे।
राज्यपाल ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा उच्च शिक्षा गुणवत्ता सुधार के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की माईक्रो लेवल मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में तीन-तीन विश्वविद्यालयों के समूह गठित कर बैठकें आयोजित की जा रही हैं। बुधवार को आयोजित बैठक में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर और अवधेशप्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपतियों सहित उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव, राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे उपस्थित रहे।