मुख्यमंत्री पॉजिटिविटी रेट और रिकवरी रेट की बात तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें वास्तविक सच्चाई जानना है तो प्रदेश भर के मुक्तिधामों में रोजाना होने वाले अंतिम संस्कार के वास्तविक आंकड़े उठाकर देख लेना चाहिये। मुख्यमंत्री को जनता के सामने सच स्वीकार करना चाहिए था। आज भी प्रदेश की जनता इलाज के लिए ,बेड के लिए दर-दर भटक रही है ,खुद परिजन मरीज के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए दर-दर भटक रहे हैं ,घंटों लाइनो में लगे हैं , लोग अस्पताल के बाहर बेड के इंतजार में अस्पतालों की दहलीज पर दम तोड़ रहे हैं ,ऑक्सीजन की कमी से प्रतिदिन प्रदेश में मौतें हो रही है।