दरअसल, सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद सरकार के सामने 20 मार्च को शाम 5 बजे के पूर्व ही फ्लोर टेस्ट कराने की स्थिति बन गई है। लेकिन, अब भी कानून रिव्यु याचिका दायर करने का विकल्प देता है। सामान्यत: सुप्रीमकोर्ट के इस प्रकार के फैसलों में सरकारें रिव्यु याचिका दायर नहीं करती है। कानूनविद् भी इसकी सलाह नहीं देते हैं, लेकिन दूसरी ओर राजनीतिक तौर पर कांग्रेस इस विकल्प को अपनाने के लिए स्वतंत्र है।
दिल्ली से भोपाल तक मंथन, दिग्विजय पहुंच सकते हैं दिल्ली
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल व विवेक तन्खा सहित अन्य कानूनी पहलुओं पर मंथन में जुटे हैं। सीएम कमलनाथ से भी इनकी चर्चा हुई है। बदली परिस्थितियों के कारण ही बैंगलूरू में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल डटे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी दिल्ली पहुंच सकते हैं। वे देर रात या सुबह दिल्ली पहुंचकर नए हालात के हिसाब से आगे की रणनीति पर मंथन करेंगे। इसके बाद यदि फ्लोर टेस्ट कराने पर सरकार सहमत होती है, तो वे भोपाल आएंगे। जबकि, यदि रिव्यु याचिका दायर करने की स्थिति बनती है तो वे दिल्ली ही रूक सकते हैं।
इनका कहना है
इस मामले में सुप्रीमकोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील नहीं होती, लेकिन रिव्यु याचिका दायर करने का विकल्प है, लेकिन इसका फैसला सीएम या विधानसभा अध्यक्ष के स्तर पर होना है कि वे रिव्यु याचिका दायर करना चाहते हैं या नहीं।
– विवेक तन्खा, वरिष्ठ अधिवक्ता व राज्यसभा सांसद