विधानसभा उप चुनाव के पहले शिवराज सरकार बिजली बिल माफ करने का दाव खेलने की तैयारी में है। इसके तहत सिंगल बत्ती, संबल योजना, किसान सहित अन्य चुनिंदा श्रेणियों को बिजली बिल की माफी का फायदा मिल पाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। दरअसल सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दो महीने पहले सस्ती बिजली की घोषणा की थी। अब सरकार प्लान तैयार कर रही है।
घाटे में बिजली कंपनियां
कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन के कारण लोग पहले मे परेशान हैं। अब बिजली कपनियां भी उपभोक्ताओं को झटका देने की योजना बना रही थी, लेकिन कहा जा रहा है कि उपचुनाव से पहले सरकार बड़ा दांव खेल सकती है। कपनियों ने लगभग 24 हजार करोड़ के घाटे का टू- अप प्लान पेश कर रखा है। पुराने घाट को समायोजित कराना चाहती हैं। इसके लिए विद्युत नियामक आयोग बिजली कंपनियों की सुनवाई पूरी कर जुका है। अब फैसला बाकी है। उस पर मौजूदा वित्तीय वर्ष की वृद्धि दर भी अब्टूबर से लागू होना है। इसके चलते उपभोक्ताओं पर अगले दो भहीने में बोझ बढ़ सकता है।
कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन के कारण लोग पहले मे परेशान हैं। अब बिजली कपनियां भी उपभोक्ताओं को झटका देने की योजना बना रही थी, लेकिन कहा जा रहा है कि उपचुनाव से पहले सरकार बड़ा दांव खेल सकती है। कपनियों ने लगभग 24 हजार करोड़ के घाटे का टू- अप प्लान पेश कर रखा है। पुराने घाट को समायोजित कराना चाहती हैं। इसके लिए विद्युत नियामक आयोग बिजली कंपनियों की सुनवाई पूरी कर जुका है। अब फैसला बाकी है। उस पर मौजूदा वित्तीय वर्ष की वृद्धि दर भी अब्टूबर से लागू होना है। इसके चलते उपभोक्ताओं पर अगले दो भहीने में बोझ बढ़ सकता है।
कोरोना काल में बिल किया था हाफ
बता दें कि सत्ता में आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उपभाक्ताओं को बिजली बिल हाफ करने की घोषणा की थी। इसके लिए नियम भी लागू किया गया था लेकिन कई स्थानों पर बिजली के बिल माफी को लेकर कई तरह की शिकायतें भी आईं थी।
बता दें कि सत्ता में आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उपभाक्ताओं को बिजली बिल हाफ करने की घोषणा की थी। इसके लिए नियम भी लागू किया गया था लेकिन कई स्थानों पर बिजली के बिल माफी को लेकर कई तरह की शिकायतें भी आईं थी।