सिर्फ जबलपुर में ही नहीं अन्य विकास खंडों में भी बोनस राशि के वितरण के लिए किसान सम्मेलन हो रहे हैं। इस सम्मेलन के चलते सीएम ने न सिर्फ जबलपुर बल्कि परे प्रदेश के किसानों को लाइव संबोधित किया। इस सम्मेलन के दौरान कई क्षेत्रीय चैनल लाइव रहेंगे और सीएम के भाषण का लाइव टेलीकास्ट करेंगे। इस सम्मेलन में प्रदेश भर के लाखों किसानों ने हिस्सा लिया।
कंम्यूटर द्वारा किया गया बोनस राशि का वितरण
जबलपुर में इस सम्मेलन के तहत किसानों को उनके सामने ही कम्प्यूटर के द्वारा बोनस राशि का ट्रांसफर किया गया। इस बोनस राशि की खास बात यह थी कि गेहूं का समर्थन मूल्य 1735 रुपए हैं, लेकिन राज्य सरकार की ओर से इस बार 265 रुपए प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि दी गई। इस साल प्रदेश भर में 25 मई तक उपार्जन केेंद्रों द्वारा करीब 73 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया। इतना गेहूं 10.80 लाख किसानों ने मिलकर बेचा। इसके लिए किसानों को भुगतान किया जा चुका है। अभी भी कुछ किसानों को भुगतान किया जा रहा है। जबकि 265 की बोनस राशि् सम्मेलन के दौरान किसानों के खातों में पहुंची।
विशेषज्ञों ने बताई खेती की तकनीक
दिन भर चलने वाले इस सम्मेलन में कई बड़े मंत्री और प्रभारी मंत्री पहुंचे। कुछ जिलों के मंत्री इस सम्मेलन का हिस्सा न बन सके। इस सम्मेलन में सीएम ने लाइव संबोधित किया। जिसमें किसानों से जुड़ी योजनाओं के बारे में बताया गया और साथ ही कृषि विशेषज्ञों द्वारा कृषि तकनीकों के बारे में भी बताया गया। जिससे किसान तकनीकों के माध्यम से कृषि कर सके।
अन्य फसलों पर भी दी जा रही बोनस राशि
आज इस सम्मेलन में सिर्फ गेहूं पर बोनस राशि दी जा रही है। पर, आने वाले 20 जून को चना, मसूर, सरसों के उपार्जन पर भी मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत बोनस राशि का वितरण करेगी। गेहूं के मुकाबले इन फसलों पर मिलने वाली बोनस राशि काफी कम लगभग 100 रूपये प्रति क्विंटल होगी। उपार्जन केद्रों पर आखिरी खरीदी की तारीख 9 जून थी। प्रदेश में पहली बार समर्थन केंद्र के अलावा बोनस राशि प्रदान की गई है। इसके अलावा प्रदेश में किसान सम्मेलन होते रहेंगे, ताकि किसानों को बोनस राशि मिल सकें।