सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कुछ फसलों का नुकसान हुआ है, लेकिन काहे की चिंता, मामा तो है। कर देगा भरपाई, इसमें क्या दिक्कत है।
सीएम ने कारम बांध मामले में राहत और बचाव में लगे पोकलेन मशीन ऑपरेटरों को सम्मान निधि के रूप में दो-दो लाख रुपए के चेक दिए। उन्होंने कहा कि पानी रिसने के मामले में जांच कमेटी गठित है। तथ्यों के आधार पर जहां कार्रवाई की जरूरत होगी, वहां कार्रवाई करेंगे। सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यह ऐसा संकट था, जिसने मुझे भी तीन दिन और तीन रात सोने नहीं दिया। मैंने कलेक्टरों को कहा था कि मुर्गा-मुर्गी को भी सुरक्षित निकाल ले जाना। कहीं कोई जान नहीं जानी चाहिए। ह्रदय में संतोष है कि जनता भी सुरक्षित रही और पशु-पक्षी भी। ये कार्यक्रम कोई कर्मकांड नहीं है। अंतरात्मा ने कहा कि इनका सम्मान करें, इसलिए आपको बुलाया है। सीएम ने कहा कि कभी-कभी इस तरह की परीक्षा की घड़ी निर्मित होती है। इस कठिन समय में तीनों मंत्री और प्रशासन का पूरा अमला जिम्मेदारी एवं कुशलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करता रहा।
आयोजन में अफसर और कर्मचारियों ने अपने अनुभव सुनाएं। डैम के पाइप का वॉल्व खोलने वाले समर सिंह ने बताया कि वॉल्व खोलने में पहले तो डर लग रहा था, पर जब कई गांवों के लोगों के जीवन का ध्यान आया तो अपनी जान जोखिम में डालकर मैं वॉल्व खोलने के लिए आगे बढ़ा और वॉल्व खोला। इंदौर संभाग के आयुक्त पवन शर्मा, कलेक्टर धार पंकज जैन, कलेक्टर खरगोन कुमार पुरुषोत्तम ने अनुभव वर्चुअली सुनाए। सीएम हाउस आए धामनोद नगर परिषद के अध्यक्ष दिनेश शर्मा, धामनोद के समाजसेवी प्रमोद केडिया, गौरव जाट, समर सिंह ने भी अनुभव साझा किए।