script

अचानक भोपाल दौरे पर राज्यपाल: राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी, शिवराज कैबिनेट के विस्तार की अटकलें

locationभोपालPublished: Dec 04, 2020 09:32:24 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

अटकलों के बीच मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल आज अचानक भोपाल पहुंच रही हैं।

अचानक भोपाल दौरे पर राज्यपाल: राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी, शिवराज कैबिनेट के विस्तार की अटकलें

अचानक भोपाल दौरे पर राज्यपाल: राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी, शिवराज कैबिनेट के विस्तार की अटकलें

भोपाल. उपचुनाव में भाजपा की जीत के बाद मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार स्थिर हो गई है। शिवराज सरकार को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगाई जा रही हैं। इन्ही अटकलों के बीच मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल आज अचानक भोपाल पहुंच रही हैं। दूसरी तरफ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी आज दोपहर तीन बजे तक का अपना वक्त रिजर्व रखा है। सूत्रों का कहना है इस दौरान सीएम और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के बीच मुलाकात भी हो सकती है।
तीन बजे आएंगी राज्यपाल
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शुक्रवार 4 दिसम्बर को भोपाल आएंगी। वे लखनऊ से वायुयान द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान कर दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर राजभवन भोपाल पहुंचेंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी राज्यपाल के आने के पहले राजनीतिक बैठकों के लिए समय रिजर्व रखा है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा सीएम हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी सीएम हाउस जा सकते हैं। उपचुनाव के नतीजों के 24 दिन बाद हो रही यह मुलाकात मंत्रिमंडल और भाजपा संगठन के विस्तार को लेकर अहम मानी जा रही है।
सिलावट और गोविंद सिंह पहले बन सकते हैं मंत्री
उपचुनाव के समय इस्तीफा देने वाले दोनों पूर्व मंत्रियों तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत का फिर से मंत्री बनना तय माना जा रहा है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले इन दोनों को शपथ दिलाई जा सकती है। इसके अलावा चुनाव हारे तीन मंत्रियों इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया और एदलसिंह कंसाना को सरकार या निगम मंडलों में जगह देने पर विचार हो सकता है।
सिंधिया ने भी की थी मुलाकात
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अभी हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी। हालांकि उन्होंने कहा था कि मैं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई चर्चा नहीं करूंगा क्योंकि ये सीएम का विशेषाधिकार है। बता दें कि उपचुनाव में सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा था। इनमें से सिंधिया की करीबी मंत्री इमरती देवी और गिर्राज दंडौतिया शामिल हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो