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राज्यपाल के निर्देश, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एलर्ट रहें विश्वविद्यालय, कोविड सेल बनाएं

locationभोपालPublished: Jul 30, 2021 10:55:16 pm

विश्वविसालयों के काम-काज की जानकारी ली राज्यपाल ने

राज्यपाल के निर्देश, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एलर्ट रहें विश्वविद्यालय, कोविड सेल बनाएं

राज्यपाल के निर्देश, तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एलर्ट रहें विश्वविद्यालय, कोविड सेल बनाएं

भोपाल। राज्यपाल ने मंगुभाई पटेल ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कुलपतियों को एलर्ट किया है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि सभी विश्वविद्यालय कोविड सेल बनाएं। कोविड सेल द्वारा स्थिति की निरंतर निगरानी की जाए और आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं। ऐसा करने से तीसरी लहर का सामना करने के लिए व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन में समस्याएँ नहीं आएगी। शुक्रवार को कुलपतियों से संवाद करते हुए उन्होंने उन्होंने यह बात कही। इस मौके पर बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय भोपाल, पं. एस.एन. शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल और अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति सहित उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा सहित राजभवन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डिजिटल प्लेटफार्म का भरपूर उपयोग हो –
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय डिजिटल प्लेटफॉर्म का भरपूर उपयोग करे। आवश्यकता होने पर तकनीकी विशेषज्ञों का मार्गदर्शन और विशेषज्ञ सेवाएं भी प्राप्त की जा सकती हैं। विश्वविद्यालय द्वारा जो भी पाठ्यक्रम, विषय, डिप्लोमा और प्रमाण-पत्र के कोर्स चलाये जा रहे हैं, उनमें छात्रों की अभिरूचि का भी अध्ययन किया जाए। यह जानकारी नियमित आधार पर संचालित की जाए। इससे छात्रों की अपेक्षाओं के अनुरूप कोर्स संचालित किए जा सकेंगे। विश्वविद्यालय द्वारा जो भी नए कोर्स शुरू किए जाए। उनकी व्यवसायिक उपयोगिता, शोध, अनुसंधान के क्षेत्र में भविष्य और व्यवहारिक महत्ता आदि के संबंध में जानकारियों का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाए ताकि विद्यार्थी को विषय का चयन अपनी आवश्यकताओं के अनुसार करने में सुविधा हो।
विश्वविद्यालय परिसर आवास में ही रहें कुलपति –
उन्होंने कहा कि कुलपतियों को विश्वविद्यालय परिसर स्थित आवास में ही रहना चाहिए, इससे परिसर की व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी भी होती रहेगी। कुलपति विश्वविद्यालय और समाज के प्रेरणा के केन्द्र होते हैं, उनका कार्य व्यवहार आदर्श और पारदर्शी होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने संबंधी कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निरंतर मानीटरिंग की व्यवस्था भी की जाए।
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